इस ब्लॉग पोस्ट मैं आपको NCERT CLASS 6 CHAPTER 6 ऐसे – ऐसे का संपूर्ण प्रश्नोत्तर दिया गया है। इसके साथ विषय के प्रश्नोत्तर के बाद इस पाठ्य से कुछ अधिक अन्य प्रश्नोत्तर (extra questions and answers) भी दिया गया है।
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NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 6 ऐसे – ऐसे
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 6 ऐसे – ऐसे is part of NCERT Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 6 ऐसे – ऐसे।
Board | CBSE |
Textbook | NCERT |
Class | Class 6 |
Subject | Hindi |
Chapter | Chapter 6 |
Chapter Name | ऐसे – ऐसे |
NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 1 | ऐसे – ऐसे |
पाठ्य अंतर्गत प्रश्नोत्तर
एकांकी से
प्रश्न 1.
‘सड़क के किनारे एक सुंदर फ्लैट में बैठक का दृश्य। उसका एक दरवाज़ा सड़क वाले बरामदे में खुलता है… उस पर एक फ़ोन रखा है। इस बैठक की पूरी तसवीर बनाओ।
उत्तर-
बैठक में फ़र्श पर कालीन बिछा है। इसके ऊपर सोफा सेट रखा है। कोने में तिपाही पर फूलदान सज़ा है। दूसरे कोने में टेबल लैंप रखा है। कमरे के बीच में शीशे की मेज़ रखी है। मेज़ पर अखबार और पत्रिकाएँ रखी हैं। दीवार पर दो सुंदर पेंटिंग टॅगी हुई है।
छात्र दिए गए विवरण के आधार पर चित्र बनाएँ।
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प्रश्न 2.
माँ मोहन के ‘ऐसे-ऐसे’ कहने पर क्यों घबरा रही थी?
उत्तर-
माँ का घबराना स्वाभाविक था क्योंकि मोहन कुछ बताता ही नहीं था बस ऐसे-ऐसे किए जा रहा था। माँ ने सोचा पता नहीं यह कौन-सी बीमारी है और कितनी भयंकर है। इसलिए मोहन की माँ घबरा गई थी।
प्रश्न 3.
ऐसे कौन-कौन से बहाने होते हैं जिन्हें मास्टर जी एक ही बार सुनकर समझ जाते हैं? ऐसे कुछ बहानों के बारे में लिखो। Class 6 hindi chapter 6 solution
उत्तर-
पेट दर्द, सिर दर्द, बुखार, माता-पिता के साथ कहीं जाना, माता-पिता द्वारा किसी काम के लिए कहा जाना, शादी में जाना, बस छूट जाने का बहामा, माँ की बीमारी का बहाना इत्यादि।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1.
स्कूल के काम से बचने के लिए मोहन ने कई बार पेट में ऐसे-ऐसे’ होने के बहाने बनाए। मान लो, एक बार उसे सचमुच पेट में दर्द हो गया और उसकी बातों पर लोगों ने विश्वास नहीं किया, तब मोहन पर क्या बीती होगी?
उत्तर-
स्कूल के काम से बचने के लिए मोहन ने कई बार पेट में ऐसे-ऐसे’ होने के बहाने बनाए। यदि किसी दिन मोहन को सचमुच पेट में दर्द हो गया तो कोई भी उसकी बात को नहीं मानेगा तथा उसका दर्द बढ़ता जाएगा जो कि परेशानी का कारण बन सकता है। यदि किसी दिन मोहन के पेट में सचमुच दर्द हुआ होगा तो लोगों ने उस पर विश्वास नहीं किया हो और यही समझा होगा कि वह बहाने बना रहा है। ऐसे में वह तड़पा होगा और सबको बार-बार कहा होगा कि उसके पेट में सचमुच दर्द हो रहा है। तब जाकर मोहन को पता चला होगा कि झूठ बोलने से क्या नुकसान होता है। उसे अपनी आदत पर पछतावा होगा और संभवतः वह भविष्य में कभी झूठ बोलने से तौबा कर ले। Class 6 hindi chapter 6 solution
प्रश्न 2.
पाठ में आए वाक्य ‘लोचा-लोचा फिरे है, के बदले ढीला-ढाला हो गया है या बहुत कमज़ोर हो गया है-लिखा जा सकता है लेकिन, लेखक ने संवाद में विशेषता लाने के लिए बोलियों के रंग-ढंग का उपयोग किया है। इस पाठ में इस तरह की अन्य पंक्तियाँ भी हैं; जैसे-
इत्ती नई-नई बीमारियाँ निकली हैं,
राम मारी बीमारियों ने तंग कर दिया,
तेरे पेट में तो बड़ी दाढ़ी है।
अनुमान लगाओ, इन पंक्तियों को दूसरे ढंग से कैसे लिखा जा सकता है।
उत्तर-
इतनी नयी-नयी बीमारियाँ निकली हैं।
– इन बीमारियों ने परेशान कर दिया है।
– तुम तो बहुत चालाक हो।
प्रश्न 3.
मान लो कि तुम मोहन की तबीयत पूछने जाते हो। तुम अपने और मोहन के बीच की बातचीत को संवाद के रूप में लिखो।
उत्तर-
में-अरे मोहन ! कैसे हो? क्या हुआ है तुम्हें?
मोहन-कुछ नहीं भाई। बस पेट में ऐसे-ऐसे हो रहा है।
मैं-ऐसे कैसे?
मोहन-बस ऐसे-ऐसे।
मैं-डॉक्टर को दिखाया?
मोहन-डॉक्टर को भी दिखाया और वैद्य की भी दवा मिली है खाने को।
मैं-क्या कहा उन्होंने?
मोहन-उन्होंने कब्ज और बदहजमी बताया है।
मैं-ठीक है, दवा खाओ और जल्दी ठीक होने की कोशिश करो। कल से स्कूल खुल रहा है, याद है न।।
मोहन-हाँ, हाँ, याद है।
मैं-अब मैं चलता हूँ। कल स्कूल जाते समय आऊँगा। अगर पेट ठीक हो जाए तो तुम भी तैयार रहना।
मोहन-अच्छा भाई ! धन्यवाद । Class 6 hindi chapter 6 solution
प्रश्न 4.
संकट के समय के लिए कौन-कौन से नंबर याद रखे जाने चाहिए? ऐसे वक्त में पुलिस, फायर ब्रिगेड और डॉक्टर से तुम कैसे बात करोगे? कक्षा में करके बताओ।
उत्तर-
संकट के समय पुलिस, फायर ब्रिगेड और हॉस्पिटल एवं चिकित्सक के नंबर याद रखे जाने चाहिए। पुलिस की नंबर-100, फायर ब्रिगेड की-101, एंबुलेंस की-102 यदि कोई वारदात होती है तो पुलिस को जानकारी देंगे। यदि आग लगती है तो फायर ब्रिगेड को खबर देंगे। यदि कोई बीमारे है तो डॉक्टर को फ़ोन करेंगे। हम इनसे नम्र स्वभाव में प्रार्थना करते हुए बातें करेंगे। हम उन्हें घर का पता बता देंगे।
उनसे शीघ्र आने के लिए कहेंगे। डॉक्टर को मरीज़ की बीमारी के लक्षण बता देंगे ताकि वह आवश्यक दवा साथ ला सके।
ऐसा होता तो क्या होता…
मास्टर- स्कूल का काम तो पूरा कर लिया है?
(मोहन हाँ में सिर हिलाता है।)
मोहन- जी, सब काम पूरा कर लिया है।
इस स्थिति में नाटक का अंत क्या होता? लिखो।
उत्तर-
ऐसी स्थिति में मास्टर जी समझ जाते कि सचमुच दर्द है। वह मोहन के माता-पिता को उसका ठीक से इलाज कराने की सलाह देते हैं।
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भाषा की बात
(क) मोहन ने केला और संतरा खाया।
(ख) मोहन ने केला और संतरा नहीं खाया।
(ग) मोहन ने क्या खाया?
मोहन केला और संतरा खाओ।
उपर्युक्त वाक्यों में से पहला वाक्य एकांकी से लिया गया है। बाकी तीन वाक्य देखने में पहले वाक्य से मिलते-जुलते हैं, पर उनके अर्थ अलग-अलग हैं। पहला वाक्य किसी कार्य या बात के होने के बारे में बताता है। इसे विधिवाचक वाक्य कहते हैं। दूसरे वाक्य का संबंध उस कार्य के न होने से है, इसलिए उसे निषेधात्मक वाक्य कहते हैं। (निषेध का अर्थ नहीं या मनाही होता है।) तीसरे वाक्य में इसी बात को प्रश्न के रूप में पूछा जा रहा है, ऐसे वाक्य प्रश्नवाचक कहलाते हैं। चौथे वाक्य में मोहन से उसी कार्य को करने के लिए कहा जा रहा है। इसलिए उसे आदेशवाचक वाक्य कहते हैं। आगे एक वाक्य दिया गया है। इसके बाकी तीन रूप तुम सोचकर लिखो। Class 6 hindi chapter 6 solution
बताना- रूथ ने कपड़े अलमारी में रखे।
नहीं/मना करना : ……….
पूछना : ………
आदेश देना : ……….
उत्तर-
नहीं/मना करना : रुथ ने कपड़े अलमारी में नहीं रखे।
पूछना : क्या रुथ ने कपड़े अलमारी में रखे ?
आदेश देना : रुथ कपड़े अलमारी में रखो।
कुछ और करने के लिए
प्रश्न 1.
क्या तुम स्कूल का काम न करने पर उल्टे-सीधे बहाने बनाते हो?
उत्तर-
नहीं, मैं स्कूल का काम नहीं कर पाने पर कोई बहाना नहीं बनाता। मैं माँ को साफ़-साफ़ बता देता हूँ कि आज मैं स्कूल न जाकर गृह कार्य पूरा करूंगा। तभी अगले दिन स्कूल जाऊँगा। मुझे झूठ बोलना कतई पसंद नहीं है। Class 6 hindi chapter 6 extra question answer
बच्चे इस एकांकी को बाल सभा के मंच पर प्रस्तुत करेंगे।
पात्रों को चुनाव कर उन्हें संवाद याद करने के लिए दिए जाएँगे। अध्यापक/अध्यापिका दो दिनों तक रिहर्सल कराने के उपरांत प्रस्तुतीकरण के लिए कहेंगे। अभिनय कौशल को परखा जाएगा।
इससे बच्चों की अभिव्यक्ति का विकास होगा तथा मंच भय से मुक्ति मिलेगी।
पाठ्य से कुछ अधिक प्रश्न (ऐसे – ऐसे extra question and answer)
बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर
(क) ‘ऐसे-ऐसे’ एकांकी के लेखक कौन हैं?
(i) जयंत विष्णु
(ii) विष्णु प्रभाकर
(iii) गुणाकर मुले
(iv) अनुबंधोपाध्याय
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(ख) मोहन ने पिता के दफ़तर में क्या खाया था?
(i) बर्गर
(ii) समोसे
(iii) फल
(iv) मिठाई
(ग) किन बहानों को मास्टर जी समझ जाते हैं?
(i) पेट दर्द
(ii) सिर दर्द
(iii) चक्कर आना
(iv) उपर्युक्त सभी
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(घ) वैद्य जी को बुलाकर कौन लाया?
(i) मोहन की माँ
(ii) मोहन के पिता
(iii) मोहन के पड़ोसी दीनानाथ
(iv) मोहन का मित्र
(ङ) मोहन कैसा लड़का था?
(i) कमज़ोर
(ii) कम बुद्धिवाला
(iii) भला
(iv) शरारती
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उत्तर-
(क) (ii)
(ख) (iii)
(ग) (iv)
(घ) (i)
(ङ) (iv)
ऐसे – ऐसे question and answer
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
मोहन ने पिता के दफ़तर में क्या खाया था?
उत्तर- मोहन ने पिता के दफ़तर में एक केला और एक संतरा खाया था।
वैद्य जी को बुलाकर कौन लाया?
उत्तर- मोहन के पड़ोसी वैद्य जी को बुलाकर लाए थे।
वैद्य जी ने मोहन को देखने के बाद क्या कहा?
उत्तर- वैद्य जी मोहन को देखकर कहते हैं कि घबराने की कोई बात नहीं। मामूली बात है, पर इससे कभी-कभी बड़े भी तंग आ जाते हैं। Class 6 hindi chapter 6 solution
मोहन ने क्या बहाना बनाया?
उत्तर- मोहन ने स्कूल न जाने के लिए बहाना बनाया कि उसके पेट में ऐसे-ऐसे’ दर्द हो रहा है।
क्या मोहन के पेट में सचमुच दर्द था?
उत्तर-नहीं, मोहन के पेट में कोई दर्द नहीं था। वह केवल बहाना कर रहा था।
मोहन के पड़ोसी का नाम क्या था?
उत्तर: मोहन के पड़ोसी का नाम दीनानाथ था।
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मोहन की उम्र क्या थी ?
उत्तर: मोहन की उम्र लगभग आठ-नौ वर्ष थी।
मोहन कौन-सी कक्षा का विद्यार्थी था?
उत्तर: मोहन तीसरी कक्षा का विद्यार्थी था।
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मोहन के पेट में कैसा हो रहा था?
उत्तर: मोहन कह रहा था कि उसके पेट में ऐसा-ऐसा हो रहा था।
मोहन की दवा पर कुल कितने रुपए खर्च हुए थे ?
उत्तर: मोहन की दवा पर कुल पंद्रह से बीस रुपए खर्च हुए थे।
मास्टर जी ने मोहन की क्या बीमारी बताई?
उत्तर: मास्टर जी ने कहा कि मोहन के विद्यालय का कार्य पूरा नहीं है इसलिए यह बीमारी का नाटक कर रहा हैं। Class 6 hindi chapter 6 solution
मोहन की माँ ने मोहन को कौन-सी घरेलू दवा खिलाई थी?
उत्तर: मोहन की मां ने मोहन को हींग, चूरन, और पेपरमेंट खिलाया था। इसके बावजूद भी मोहन को आराम नहीं हुआ। Class 6 hindi chapter 6 extra question answer
दीनानाथ ने मोहन का स्वभाव कैसा बताया?
उत्तर: दीनानाथ ने बताया कि मोहन इधर से उधर घूमता रहता है कभी इसको थप्पड़, कभी उससे झगड़ा, बहुत नटखट हैं। दिन भर पड़ोस में गुलज़ार करता रहता हैं।
मोहन के पिताजी ने वैद्य को कितने रुपए का नोट दिया था?
उत्तर: मोहन के पिताजी ने वैद्य को दवा देने के बदले पांच रुपए का नोट दिया था।
वैद्य ने मोहन को कौन-सी दवा दी थी?
उत्तर-वैद्य जी ने मोहन को पुड़िया दी जो आधे घंटे के अंतराल पर गरम पानी के साथ लेनी थी ।
ऐसे – ऐसे question and answer
मोहन का स्कूल का काम कैसे रह गया ?
उत्तर; मोहन ने महीने भर मौज की जिससे मोहन का स्कूल का काम रह गया।
मास्टर जी ने मोहन के ऐसे-ऐसे की क्या दवा दी
उत्तर मास्टर जी ने मोहन को ऐसे-ऐसे’ के लिए स्कूल से दो दिन की छुटी दी।
मास्टर जी ने मोहन को दो दिन की छुट्टी में क्या करने को कहा?
उत्तर- मोहन को दो दिन की छुट्टी में, अपना अधूरा काम पूरा करने के लिए कहा गया।
लघुउत्तरीय प्रश्न
मोहन की हालत देख माँ क्यों अधिक परेशान थी?
उत्तर-
मोहन की हालत देखकर मोहन की माँ ने मोहन को हींग, चूरन, पिपरमेंट आदि दिया था, पर मोहन ठीक नहीं हुआ था। वह बार-बार कहता था कि उसके पेट में ऐसे-ऐसे हो रहा है। माँ उसकी हालत देखकर परेशान थी क्योंकि मोहन को क्या हो रहा है, यह पता नहीं चल रहा था। उसने ‘ऐसे-ऐसे’ की बीमारी का नाम न सुना था। वह सोच में पड़ गई थी कि उसे कोई नई बीमारी तो नहीं हो गई है इसीलिए वह मोहन की हालत देखकर परेशान थी। Class 6 hindi chapter 6 solution
मोहन की माँ क्यों कहती है-हँसी की हँसी, दुख का दुख?
उत्तर
मोहन की माँ बार-बार मोहन से उसके पेट-दर्द के बारे में पूछती है। वह बस यही कहता है कि पेट में ऐसे-ऐसे’ हो रहा है। उसकी बात सुनकर माँ हँस पड़ती है और परेशान भी होती है। वह बेटे के दुख से दुखी होती है। इसी | मनः स्थिति में वह कहती है की हँसी की हँसी दुख का दुख। यह उसे अजीब बीमारी लगती है। Class 6 hindi chapter 6 extra question answer
ऐसे कौन-कौन से बहाने होते हैं जिन्हें मास्टर जी एक ही बार में सुनकर समझ जाते हैं। ऐसे कुछ बहानों के बारे में लिखो।
उत्तर
ऐसे अनेक बहाने होते हैं; जैसे-आज स्कूल में कुछ नहीं होगा, बस सफ़ाई कराई जाएगी। कुछ छात्र कहते हैं कि मैं रात में पढ़ाई कर रहा था मेरी किताब और कॉपी वहीं छूट गई। कभी-कभी छात्र दूर के रिश्तेदार की बीमारी का बहाना बना लेते हैं। इसके अलावे छात्र पेट दर्द, सिर दर्द, माता-पिता के साथ कहीं जाना, जिन्हें एक ही बार सुनकर मास्टर जी समझ जाते हैं। Class 6 hindi chapter 6 solution
वैद्य जी मोहन को क्या बीमारी बताते हैं? वह उसे क्या दवा देते हैं।
उत्तर-
वैद्य जी मोहन के पेट-दर्द का कारण बताते हैं वात का प्रकोप है, कब्ज़ है। पेट साफ़ नहीं हुआ है। मल रु क जाने से वायु बढ़ गई है। वह मोहन को दवा की पुड़िया हर आधे-आधे घंटे बाद गरम पानी से लेने को कहते हैं।
डॉक्टर मोहने को क्या बीमारी बताते हैं और ठीक होने का क्या आश्वासन देते हैं?
उत्तर
डॉक्टर मोहन की जीभ देखकर कहते हैं कि उसे कब्ज़ और बदहजमी है। फिर वह बताते हैं कि कभी-कभी हवा रु क जाती है और फंदा डाल लेती है। मोहन के पेट में बस उसी का ऐंठन है। वह मोहन को आश्वासन देते हैं कि दवा की एक खुराक पी लेने के बाद तबियत ठीक हो जाएगी।ऐसे – ऐसे question and answer
मोहन बहानेबाजी क्यों कर रहा था ?
उत्तर
मोहन बड़ा नटखट था और पढ़ाई से जी चुराता था। सारा दिन खेलकूद व उधम में ही बिता देता था। पढ़ने के लिए स्कूल न जाना पड़ । इसलिए वह बहानेबाजी कर रहा था, क्योंकि स्कूल जाने पर अधूरे काम के कारण उसे डॉट खानी पड़ ती। Class 6 hindi chapter 6 solution
ऐसे ऐसे नाम की बीमारी बच्चों को क्यों होता है ?
उत्तर
जो भी बच्चे समयानुसार विद्यालाय का काम नहीं करते और उसके कारण उनके अन्दर एक डर और
घबराहट होती है, जिससे वे बीमार होने का नाटक करते है।
वैद्य जी हर्ष से क्यों उछले थे ?
उत्तर
वैद्य जी ने मोहन को देखकर उसकी बीमारी को समझ लिया था और इसी कारण वे प्रसन्नता से उछले थे।
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लघु उत्तरीय प्रश्न : (3अंक)
पड़ोसन ने बीमारी के बारे में क्या कहा?
उत्तर: पड़ोसन ने कहा कि “आजकल तो नई – नई बीमारियां निकल रही हैं। देख लेना, कहीं यह भी कोई नई बीमारी ना निकले। राम-राम आजकल तो बीमारियों ने परेशान कर दिया हैं।”
मोहन के घर के विषय में लिखिए।
उत्तर-मोहन का घर सड़क के किनारे बना एक सुंदर फ्लैट था।जिसका एक दरवाजा बरामदे में,एक दरवाजा कमरे में तथा एक दरवाजा रसोई में खुलता था।अलमारियों में किताबें सजी हुई थी।एक मेज भी था जिसपर फोन रखा हुआ था। Class 6 hindi chapter 6 solution
वैद्य ने मोहन कि बीमारी के विषय में क्या कहा ?
उत्तर: वैद्य ने कहा कि असल में यह बच्चा है इसलिए यह दर्द सह नहीं पा रहा है इसको कब्ज है और इसका पेट साफ नहीं हुआ हैं। पेट में मल रुका हुआ है जिसकी वजह से पेट में मरोड़ हो रहा होगा। वात का प्रकोप भी एक बीमारी का रूप है जो मुख्य रूप से पेट पर असर करती है। वात के प्रकोप के लक्षण निम्नलिखित है
- हमेशा थका हुआ महसूस करना।
- पेट में गैस का अधिक बनना।
बीमारी पूछने पर मोहन क्या कहता और क्या करता था?
उत्तर: बीमारी पूछने पर मोहन पेट पकड़कर कराहने लगता और कहता की पेट में ‘ऐसे-ऐसे’ हो रहा है और उल्टी करने का नाटक भी करने लगता खुलकर कुछ बताता भी नहीं और बस ऐसे ही कराहता रहता था। Class 6 hindi chapter 6 extra question answer
मोहन की माँ क्यों घबरा रही थी ?
उत्तर: मोहन की माँ मोहन कि वजह से घबरा गई थी क्योंकि मोहन कुछ बताता भी नहीं बस कहता कि ‘ऐसे-ऐसे’ हो रहा हैं। मोहन की मां को चिंता हो गई की मोहन को क्या हो गया है कहीं मोहन को कोई जानलेवा बीमारी तो नहीं हो गई । Class 6 hindi chapter 6 solution
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न: (5 अंक)
मोहन की असल बीमारी क्या थी ?
उत्तर: मोहन की बीमारी कि असल वजह विद्यालय से मिला कार्य था, क्योंकि मोहन ने कार्य पूरा नहीं किया और वह कार्य न पूरा करने पर मिलने वाली सजा से डर गया था, इसलिए मोहन ने बीमारी का नाटक किया किन्तु मास्टर जी ने उसका नाटक पकड़ लिया और उसकी पोल उसके पिताजी के सामने खोल दी थी । ऐसे – ऐसे question and answer
पड़ोसन ने नई बीमारी के बारे में क्या कहा ?
उत्तर: रामू की काकी यानी, मोहन की पड़ोसन ने कहा कि “आजकल बहुत सारी नई बीमारियां आ रही थी जिनका इलाज करना मुश्किल है। नए तरह के बुखार हैं जो जल्दी से नहीं छोड़ते और बच्चे इसके ज्यादा शिकार हैं। यह राम मारी बीमारी ने तो तंग कर रखा है, और खाने की टोह पूछो ही मत।”
विष्णु प्रभाकर का संक्षिप्त परिचय लिखिए ।
उत्तर: विष्णु जी का जन्म 19 जून 1912 को उत्तरप्रदेश के एक गाँव मीरापुर में हुआ था।अपने साहित्य में भारतीय वाग्मिता और अस्मिता को व्यंजित करने के लिए प्रसिद्ध रहे हैं। विष्णु प्रभाकर जी ने कहानी,उपन्यास, नाटक, जीवनी, एकांकी, निबंध, यात्रा वृत्तांत, कविता आदि प्रमुख विधाओं में अपनी बहुमूल्य रचनाएं की हैं। प्रभाकर जी ने आकाशवाणी, दूर दर्शन, पत्र पत्रिकाओं तथा प्रकाश सम्बन्धी मीडिया के प्रत्येक क्षेत्र में ख्याति प्राप्त है। देश विदेश की यात्रा करने वाले विष्णुजी जीवन पर्यंत पूर्णकालिक मसिजीवी रचनाकार के रूप में साहित्य साधना में लीन रहे थे। इनकी मृत्यु 11 अप्रैल 2009 को दिल्ली में हुई थी। Class 6 hindi chapter 6 solution
मोहन ने क्या – क्या खाया था? दफ्तर जाते समय उसकी तबीयत कैसी थी?
उत्तर: माँ के पूछने पर इसने क्या खाया? पिताजी ने उत्तर दिया कि इसने कुछ नहीं खाया सिवाए एक केला और एक संतरे के और दफ्तर आने तक कूदता फिरता रहा फिर बस अड्डे पर आकर कहने लगा कि पेट में ‘ऐसे- ऐसे’ हो रहा है,और तब से यही रट लगाए हुए है। Class 6 hindi chapter 6 extra question answer
मोहन के पिताजी और डॉक्टर के बीच क्या बातचीत हुई थी?
उत्तर: मोहन के पिताजी ने डॉक्टर को फोन किया और पूछा- क्या यह-४३३३२ है। जी हां! डॉक्टर ने कहा। मोहन के पिता ने कहा कि मोहन बीमार हो गया हैं और उसके पेट में ऐसे- ऐसे हो रहा हैं। उसका चेहरा सफेद हो गया है, नाचता फिरता है। डॉक्टर ने पूछा उसे दस्त तो नहीं लग गए हैं? और पेशाब का रंग कैसा है? इसके जवाब में मोहन के पिताजी ने ये कहा “पेशाब तो किया था पर रंग नहीं देखा। अच्छा डॉक्टर साहब आप जल्दी आ जाए।” फिर डॉक्टर घर आ जाते हैं।
माँ मोहन को ‘ऐसे-ऐसे’ कहने पर क्यों घबरा रही थी ?
उत्तर
माँ मोहन के ऐसे-ऐसे’ कहने पर इसलिए घबरा रही थी, क्योंकि वह बीमारी का नाम नहीं बता रहा था। बस पेट पर हाथ रखकर जोर-जोर से कराहता जा रहा था। ऐसे-ऐसे’ को कोई नई बीमारी समझकर
वह घबरा रही थी। ऐसे – ऐसे question and answer
मोहन की माँ की चिंता का कारण क्या था ?
उत्तर
मोहन की माँ इसलिए चिंतित थी क्योंकि वह मोहन के पेटदर्द के लिए सभी घरेलू उपाय कर चुकी थी पर
वह ठीक नहीं हो रहा था। उसे कोई भयानक बीमारी न हो गई हो इसलिए वह मोहन के लिए बहुत चिंतित हो रही थीं। ऐसे – ऐसे question and answer
मास्टर जी ने मोहन की बीमारी को कैसे पहचान लिया?
उत्तर
मास्टर जी को लगा कि मोहन ने छुट्टियों में मिला स्कूल का काम नहीं किया होगा इसलिए पेट पर हाथ
लगा कर ‘ऐसे-ऐसे’ की बीमारी का नाटक कर रहा है। क्योंकि अकसर जो बच्चे स्कूल का काम नहीं करते थे वे ऐसे ही नाटक करते थे। मौहन से पूछने पर उन्हें पता चल जाता है कि उसने स्कूल से मिला काम नहीं किया। वे उसे दो दिन की छुट्टी देकर स्कूल का काम पूरा करने के लिए कह देते हैं तो उसकी ‘ऐसे-ऐसे’ की बीमारी भी ठीक हो जाती है।