30+ Best Hindi Short Stories For Kids Pdf || Short Stories For Kids In Hindi

30+ Hindi Short Stories For Kids Pdf :-

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30+ Hindi Short Stories For Kids Pdf :- प्रिय पाठकों, बच्चों के लिए छोटी कहानियाँ (Short Stories) कुछ ऐसी कहानियां होती है, जिनमें उनके बर्तमान तथा आने वाले भविष्यत के दैनंदीन जीवन के लिए साधारण नैतिकता के शिक्षा साथ साथ उनके पीछे छुपे महत्वपूर्ण संदेश उनके व्यक्तित्व को बनाने मैं काफी भूमिका निभाता है।

इस पोस्ट पे आपको नैतिक कहानियों के द्वितीय भाग (लगभग पचास नैतिक कहानियाँ) ही हैं। आगले भाग प्रकाशित होते ही, हम आपका उन पोस्ट के लिंक नीचे दे देंगे।

Hindi Short Stories For Kids Pdf
Short Moral Stories For Kids In Hindi

1) तीन कछुओं की कहानी :-

एक जंगल में एक तालाब के अंदर तीन कछुए रहते थे वे तीनों काफी अच्छे दोस्त थे। लेकिन उनमें सेएक कछुआ जो छोटी मोटी बातों पर काफी गुस्सा करता था और वह काफी नाराज रह भी रहता था।

एक दिन जब ऐसी बात चल रही थी तब वह कछुआ नाराज होकर दूर चला जाता है और एक पत्थर पर बैठने के लिए जाता है पत्थर पर चलते समय उस कुछुए का पैर फिसल जाता है और वह धरती पर गिर जाता है। short stories for kids in hindi

वह धरती पर इस तरह गिरता है कि वह उल्टा हो जाता है और उससे सही होने में परेशानी आ रही होती है।वह मदद के लिए बार-बार पुकारता रहता है लेकिन उसकी आवाज कोई नहीं सुनता है। तब पास से एक बंदर गुजर रहा होता है कछुए ने उस बंदर को मदद के लिए पुकारा बंदर पास आकर उसी की मजाक करने लग जाता है उस पर हंसने लग जाता है। short stories for kids pdf

उसके बाद ही हिरन और भी कई जानवर आते हैं लेकिन उसकी मदद कोई भी नहीं करता है। तब उसके दो दोस्त उस तालाब से बाहर निकल कर आते हैं और उस कछए को सही कर देते हैं।उन दोनों के सामने वह कछुआ काफी शर्मिदा हो जाता है क्योंकि उनसे बात से नाराज होकर उन्हें परेशान करता था इस तरह उन दोनों दोस्तों ने अपने दोस्त की मदद की। short stories for kids in hindi

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की हमेशा दूसरों की मदद हमें खुले दिल से करना चाहिए

15+ Short Moral Stories In Hindi 2023 – Hindi Moral Stories With Pictures Pdf

2) शेर और चूहे की कहानी :-

प्राचीन समय कि बात है। एक जंगल में एक शेर रहता था एक दिन वह अपना खाना खाकर पेड़ के नीचे सो रहा था। कुछ समय बाद चुहा घूमता फिरता शेर के पास आ जाता है और शेर के ऊपर कूदने लगता है।

उसकी पूंछ से बार-बार फिसल कर नीचे गिरता हुआ आनंद लेता है तभी अचानक से ऊठ जाता है और वह उस चुहे को देखता है चुहा जान बचाने के लिए जैसे ही भागता है तो उस उस शेर ने अपने पंजों से चूहे को पकड़ लेता है। short stories for kids pdf

जैसे ही शेर चूहे को खाने लगता है तो चुहा डर जाता है और बोलता है कि महाराज मुझे माफ कर दो मैं
अगली बार कोई ऐसी गलती नहीं करूगा जिससे आप परेशान हो और हां मैं आपसे वादा करता हूं कि
मैं आपकी मदद जरूर करूंगा। short stories for kids pdf in hindi

उसके बाद शेर हंसकर बोलता है कि तुम बहुत भाग्यशाली हो क्योंकि मैंने अभी-अभी खाना खाया है
उसके बाद मुस्कुराता हुआ शेर चूहे को छोड़ देता है और चूहा अपने घर चले जाता है। दूसरे दिन जब शेर जंगल में घूम रहा होता है तो शिकारियों द्वारा एक जाल बनाया होता है जैसे ही शेर उस जाल में आता है तो शिकारी उसे पकड़ लेते हैं और शेर फस जाता है। short stories for kids pdf

शेर जोर से दहाड़ता है और बचने की कोशिश करता है लेकिन सभी कोशिश बेकार हो जाती है। शिकारी उसे बांधकर गाड़ी लेने चले जाते हैं शेर जोर से दहाड़ता है तो जंगल के जानवरों को पता चलता है और साथ ही उस चुहे को पता चलता है वह सोचता है कि महाराज मुश्किल में है हमें जाना चाहिए।

तब वह चुहा भागता हुआ शेर के पास आता है वह देखता है कि शेर जाल में फंसा होता है। वह बोलता है कि महाराज आप टेंशन ना लो मैं इस जाल से आप को मुक्त कर दूंगा चूहा जाल को काटने लगता है कुछ समय बाद जाल को कुतरकर शेर को बाहर निकाल लेता है और शेर बहुत खुश हो जाता है शेर चूहे को धन्यवाद देता है। short stories for kids in hindi

और बोलता है कि आज तुमने मेरी जान बचाई है आज से तुम इस जंगल में आजाद घूम सकते हो जैसे
ही शिकारी गाड़ी लेकर आते हैं तो वह देखते हैं कि शेर पिंजरे से बाहर था। शेर और चूहा दोनों उसकी तरफ शिकारियों की तरफ भागते हैं तो शिकारी अपने हथियार और गाड़ी छोड़कर जंगल से बाहर चले जाते हैं इस तरह से चूहे ने शेर की जान बचाई। short stories for kids pdf in hindi

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की किसी को कम नहीं समझना चाहिए कभी-कभी छोटी चीज बड़े-बडे काम कर देती हैं।

3) सच्चे दोस्त की कहानी :-

प्राचीन समय कि बात है एक गांव में एक स्कूल थी वहां पर अन्य लडकों के साथ दो लड़की भी पढ़ते थे
जो आपस में दोस्त थे। एक का नाम सोनु और एक का नाम मोनू वह काफी अच्छे दोस्त थे और पढ़ने
में भी काफी इंटेलिजेंट थे सोनू मोनू अपनी क्लास में टॉपर आया करते थे।

मोनू सोन से कुछ नंबर कम लाता जिससे मोनू फरस् रैंक हासिल कर पाता है तब उन्हें पूछा गया कि तुम
ऐसा क्यों करते हो तब मोनू बोलता है कि मेरा भी वही स्थान है जो सोनू का है हां मैंने कुछ नंबर कम
लाता हूं जिसकी बदौलत में सेकंड रह जाता हूँ। short stories for kids in hindi

लेकिन मोनू ने कहा कि इस बार में पफर्स्ट रैंक हासिल करूगा उसके बाद वह पढ़ाई करने लग जाता हँ
कुछ दिन बाद सोनू की मां बीमार पड़ जाती है और वह हॉस्पिटल में रहती है जिसकी बदौलत सोनू
स्कूल में नहीं आ पाता है। short stories for kids pdf

वह एक महीने बाद स्कूल आता है उसके बाद एग्जाम पेपर होते हैं फिर भी सोनू ही फर्ट आता है जब
टीचर ने उनका पेपर चेक करता है तो पता चलता है कि मोनू ने काफी ऐसे सवाल है जो बड़े आसान है।
लेकिन मोनू को क्या हुआ जिसकि बदौलत सेकंड रैंक अआया जबर टीचर जाकर मोनू को पूछता है कि
तुमने ऐसा क्यों किया । आप फर्ट रैंक हासिल कर सकते थे। पहले तो मोनू ने मना कर दिया उसके
बाद बोलता है कि मैं ऐसे फर्स् रैंक नहीं करना चाहता।short stories for kids pdf in hindi

क्योंकि सोनु की मां बीमार होने के कारण का 1 महीने स्कूल नहीं आ पाया इसलिए मैंने उसे फर्स लाने
के लिए इन क्वेश्वन के आंसर छोड़े हैं टीचर सुनकर बहुत हैरान हो जाता है और बोलता है कि भले ही
तुमने क्लास में सेकंड रैंक हासिल की है लेकिन अपनी रिलेशन और दोस्ती में फर् रैंक हासिल की है।
और वह दोनों दोस्त खुश हो जाते हैं।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की दोस्त वही होता है जो दोस्ती की भावनाओं को समझता है।

4) मेहनत का फल की कहानी :-

एक समय की बात है एक गांव में 2 दोस्त रहते थे एक का नाम किशन और दुसरे का नाम मोहन था वह
दोनों ही बेरोजगार थे उन्होंने कुछ करने के लिए अपने गुरु जी से मदद लेने की सोची।

उसके बाद वह दोनों अपने गुरु जी के पास चले जाते हैं किशन और मोहन गुरुजी से कुछ करने के लिए पैसे मांगते हैं गुरुजी ने दोनों को एक ₹1000- 1000 दे देते हैं और बोलते हैं कि तुम्हें 1 साल बाद मुझे यह पैसे लौटाने होंगे। short stories for kids in hindi

उसके बाद दोनों वहां से निकल जाते हैं रास्ते में किशन मोहन से बोलता है कि तुम इन पैसों का क्या
करोगे तब मोहन बोलता है कि इस परसों का कुछ ऐसा करना है जिससे हमें इसे डबल हो सके। उसके बाद मोहन ने किशन से पूछा कि तुम क्या करोगे किशन बोलता है कि इन पैससों से तो मैं घूमने फिरने जाऊँंगा उसके बाद दोनों दोस्त निकल जाते हैं 1 साल बाद तो वह गुरुजी के पास आते हैं और गुरु जी मोहन और किशन से पूछता है से पहले किशन से पूछता है।

कि तुमने उन पैसों का क्या किया तब किशन नीचे ग्दन करते हुए बोलता है कि गुरुजी मेरे को किसी ने
थोखा दिया है उसके बाद गुरुजी मोहन को पूछता है कि क्या तुमने भी किसी से धोखा खाए हो क्या तुम
भी पैसे नहीं लेकर आए हो। short stories for kids pdf

तब मोहन मुस्कुराता हुआा बोलता है कि नहीं गुरु जी यह लीजिए आपके हजार रुपए और इसके
अतिरिक्त हजार रुपए और गुरुजी बोलता है कितने पैसे तुम कहां से लेकर आए हो तब मोहन बोलता है।
कि गरु जी मैंने जब एक किसान को देखा तो उसके फ़ल मैं खुरीद के बाजार में बेचना चुला गया।

उसके बाद रोज इसी प्रकार चलता रहा और आज मैं बाजार में अपनी दुकान भी खोल ली है और अच्छा
खासा मेरा कारोबार चल रहा है। इसके अलावा ₹2000 और अतिरिक्त लीजिए और जरूरतमंद की दे
दीजिए। short stories for kids in hindi

ताकि वह भी अपनी जिंदगी में कुछ कर सके इसके बाद गुरु जी बोलते हैं किस किशन तुमने भी यदि मेहनत की होती तो तुम भी आज मोहन की तरह एक अच्छे कारोबार कर पाते तब मोहन बोलता है कि अभी भी कुछ बिगड़ा नहीं अभी भी आपके पास समय है और अपने समय का सदुपयोग करें।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की समय का सम्मान करो और परिश्रम का महत्व समझो सफलता आपके कदमों मे होगी।

5) जादुई कुआं की कहानी :-

एक समय की बात है एक गांव में एक परिवार रहता था उस परिवार में मोहन और उसकी पत्नी रहा
करती थी वह काफी गरीब थे मोहन एक लकड़हारा था जो जंगल से लकड़ेियां काट कर अपने परिवार
का पालन पोषण करता था। short stories for kids pdf

एक दिन कम लकड़ी लाने के कारण उसकी पत्नी उसे और लकडिया लाने को कहा और मोहन घने जंगल की ओर चला गया जहां से वह अच्छी और ज्यादा लकडियां ला सके। मोहन जब एक पेड़ से लकड़ी काट रहा था तो उसके नीचे एक कुआं दिखाई पड़ता था उस पेड़ की टहनी मोहन का वजन सह नहीं पाने के कारण मोहन उस कुए के अंदर गेर जाता है और काफी डर जाता है।

कुएं से एक आवाज आती है वह बोलता है कि तुम परेशान मत हो तब मोहन बोलता है कि मेरी जान
यहां फंसी हुई है और आप बोल रहे हो कि परेशान मत हो तब वह बोलता है कि मैं आप मैं एक जादुई
कुआं हू मैं आपको वरदान देता हूं कि आप को कुछ जादुई टमाटर देता हूं। short stories for kids in hindi

जब इसे आप खाओगे तो एक से दो हो जाओगे उसके बाद मोहन वहां से निकलकर अपने घर आ जाता
है अपनी बीवी को पूरी बात बताता है। जब भी मोहन को किसी प्रकार की जरूरत पडती है तो वह उस
जादू टमाटर खाकर एक से दो होकर अपना पूरा काम कर लेता है। short stories for kids pdf

कुछ दिन बाद मोहन गरीब से अमीर बन जाता है गांव का एक सेठ था जो धनीराम वह सोचने लगा के
इसके पास ऐसा क्या हाथ लग गया जो भी कुछ दिनों में मेरे से धनवान हो गया। short stories for kids in hindi

1 दिन जब हुआ मोहन टमाटर लेने के जादू टमाटर लेने के लिए जंगल में जाता है तो वह उसके पीछे
पीछे जाकर उसको पूरा राज देख लेता है और वह भी उसको ए के अंदर चला जाता है और जैसे टमाटर
खाता है तो वैसे आवाज आती है पापी तू मोहन की अच्छाई और कमाई देखी नहीं कि जो तू यहां भी
अब इसका पाप भोगना पड़ेगा उसके बाद जैसे टमाटर खाता है और अंदर कुए के अंदर जाने लगता है।

उसके बाद जैसे ही मोहन को पता चलता है तो वह बाहर सेठ को बाहर निकाल लेता है इस प्रकार से
मोहन ने सेट की जान बचारई इसके बाद मोहन अपनी पत्नी को सारी बात बताता है तब पत्नी बोलती है
कि धन्यवाद ऊपर वाले का जो आप सही सलामत है। short stories for kids pdf

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की कभी भी दूसरे के काम को देख कर जलना नहीं चाहिए।

6) झूठ बोलने का परिणाम :-

प्राचीन समय की बात है एक गांव में एक लडका था और काफी बदमाश और झूठा लडका था वह
जंगल में भेंड चराने जाता था। एक दिन जब वह जंगल में भेड चरा आ रहा होता है और उसके आसपास के गांव वाले भी उस वह भी भेड़ चरा रहे होते हैं तो वह लड़का बाकी भेड़ चराने वाले को बुलाने के लिए जोर जोर से आवाज लगाने लगता है। short stories for kids in hindi

भेड़िया आया भेड़िया आया’ कोई मेरी बाटो को बचाओ, सभी लोग उसकी आवाज सुनकर भागते हुए
उसके पास जाते हैं और वहां देखते हैं कि भेड अच्छे से चर रही होती है। वहां पर किसी प्रकार का कोई भेड़िया नहीं था।

गांव वाले उसे कुछ बात बोल कर वापस आ जाते दूसरे दिन फिर ऐसा ही हुआ आवाज लगाकर बोलने लगा, भेड़िया आया भेड़िया आया तबब सभी गांव वाले उसकी आवाज सुनकर उसकि पास चले जाते हैं । short stories for kids pdf

लेकिन फिर भी वही हुआ और वहां पर कोई भेड़िया नहीं था गांव वाली बोलने लगी कि तुम इझूठ क्यों
बोल रहे हो हमें बार-बार परेशान कर रहे हैं। हम अपना काम छोड़कर तुम्हारे पास तुम्हारी भेड़ बचाने के लिए आते हैं ताकि तुम्हारा कोई नुकसान ना हो सके और तुम झूठ बोलकर हमारा समय बर्बाद करते हो।
उसक बाद गांव वाले इतना कहकर वापस चला जाता है। short stories for kids in hindi

जब तीसरे दिन वह लडका भेड चरा रा रहा होता है तो अचानक भेडिया आ जाता है और उसकी भेडों
को खाने लगता है तब वह जोर-जोर से चिल्लाने लगता है कि भेडिया आया भेडिया आया कोई मेरी
भेड़ों को बचाओ। उसकी मदद के लिए कोई नहीं आता है क्योंकि वह सभी जान चुके हैं कि वह झूठ बोल रहा है और वह अपने काम में व्यस्त रहते हैं। short stories for kids pdf

उसके बाद उस लड़के की सभी भेड़ें वह भेडिया खा कर निकल जाता है। लड़का काफी परेशान हो
जाता है और वह सोचने लगता है कि मेरी इस झुठ की वजह से आज मेरी भेडों को भेडिया खाकर चला गया और मैं कुछ नहीं कर पाया।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की इंसान को झूठ कभी नहीं बोलना चाहिए। क्योकि झूठ बहुत ही कम समय के लिए होती है।

7) जादुई मटके की कहानी :-

एक समय की बात हैं एक गांव में एक किसान रहता था। उसका नाम संतोष था। वह कारफी गरीब
परिवार से था। उसका एक छोटा सा खेत था जिसमें वह मेहनत करके कुछ फसल पैदावार करके अपना गुजारा करता था। एक दिन जब वह उस खेत में मेहनत कर रहा होता है और पानी के लिए जमीन की खुदाई करता है तो जमीन के अंदर से एक बहुत बड़ा मटका निकल कर आता है।

संतोष उस मटके को देख कर हैरान हो जाता है उसे समझ नहीं आता है कि इतना बड़ा मटका आखिर
किसका हो सकता है फिर उसने सोचा कि क्यों नहीं जब हमारे घर पर अधिक मेहमान आएंगे उस समय
इस मटके में खाना बनाकर खिला सकते हैं। short stories for kids in hindi

उसके बाद उस मटके को निकालकर पेड के नीचे बैठ जाता है और उसके पास एक फल रहता है जो उस मटके में रख देता हैं और वह पफेर से काम करने लग जाता है कुछ समय बाद देखता है कि उस मटके में एक नहीं बल्कि 100 फल हो जाते हैं। short stories for kids pdf

संतोष समझ जाता है कि यह कोई साथारण मटका नहीं है यह एक जादुई मटका है और उसे घर ले
आता है और अपनी मनचाहे चीजों को उस में डाल कर एक से 100 गुना बना लेता है।

कुछ समय बाद संतोष धीरे-धीरे अमीर हो जाता है उसके बाद उस अमिरी का पता एक सेट को चलता है जो काफी लालची था पीछे से चुपके से उसकी सभी तरकीब जान लेता है और रात को वह मटका चुरा कर अपने घर ले आता है घर आने के बाद मटका काफी बड़ा होता है पर देखना चाहता है कि इस मटकी में आखिर अंदर क्या है जिसे इतना कुछ निकलता है। short stories for kids pdf in hindi

जैसे ही वह अंदर देखता है तो उसमें सेठ मटके में गिर जाता है उसके बाद जादूई मटका का काम शुरू
कर देता है 1 सेठ से 100 सेठ बना देता है उसके बाद अपने घर को लेकर लड़ने लग जाते हैं एक दूसरे
को मारने लग जाते हैं। short stories for kids pdf

अधिक लडाई होने के कारण सभी एक दुसरे को मारकर खत्म हो जाते हैं दुसरे दिन जब संतोष को पता
चलता है के अपना मटका नहीं है वह सेठ की अर जाता हैं तो उसे पता चला कि वहां काफी सेंठ मर
चुके हैं। short stories for kids in hindi

संतोष समझर जाता है और संतोष उस मटके को उठाकर नीचे गिरा देता है जिससे वह बिखर जाता है उसका जादू समाप्त हो जाता है। संतोष वह काफी ईमानदार और बिना किसी लालच पर उस मटके का युज करता है लेकिन सेठ अपनी लालच के कारण अपनी जान गवा लेता है।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की लालच बुरी बला है।

8) बिल्ली और चूहे की कहानी:-

एक समय की बात है एक गांव में एक प्राना घर था उस घर में एक बिल्ली और बहुत सारे चूहे रहते थे।
बिल्ली बहुत ही लालची और घमंडी थी। वह चूहे को पकड़ कर खा जाती जैसे ही कोई चूहा दिखता उसे
पकड़ कर अपना भोजन बना लेती।

चुहे काफी ज्यादा परेशान होने लगे शाम को सभी चुहों ने मिलकर एक फैसला लिया इस बिल्ली का कुछ तो करना होगा ताकि हमारी जान बच सके।

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उसके बाद एक चूहे ने बोला कि उसे मार देते हैं लेकिन बिल्ली को मारना यह मुमकिन नहीं था उसके
बाद एक चूहा बोलता है कि यदि बिल्ली के गले में घंटी बांधी जाए तो जैसे ही बिल्ली आती है तो हमें
पता चल जाएगा और हम अपने अपने बिल में छूप कर अपनी जान बचा पाएंगे।

यह आइडिया सभी को अच्छा लगा लेकिन अब बात आती है की बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे गा।
सभी लोग हैरान थे समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे तब एक चूहा एक
प्लान बनाता है। short stories for kids pdf

उन्होंने 1 घंटे पर रस्सी बांधी उसके बाद उसे बिल के थोड़ा दूर रख दिया जब बिल्ली ने उस चूहे को
देखा तो बिल्ली उस चूहे के पीछे भागने लगी चूहा जाकर अपने बिल में छुप गया उस घंटी की रस्सी के
अंदर होकर बिल में चला जाता है। short stories for kids pdf

जैसे ही बिल्ली ने अपने भोजन खाने के लिए आगे बढ़ती है तो घंटी की डोर उसके गले में फंस जाती है
इस प्रकार से चूहों ने मिलकर बिल्ली के गले में घंटी बांधी। उसके बाद जब बिल्ली उन चूहों के आसपास
आती है तो उन चूहे को पता चल जाता है और वह भागकर आपने बिल में छिप जाते अपनी जान बचा
लेते हैं। short stories for kids in hindi

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की यदि किसी काम को प्लानिंग के साथ किया जाता है तो काम संभवत है हो ही जाता है।

9) झूठे बंदर की कहानी :-

एक समय की बात है एक जंगल में एक बंदर रहा करता था वह काफी झूठ बोलता था। वह बाकी
जंगली जानवरों से काफी डिगें मारता था। एक दिन एक हीरन से मिल जाता है और हिरन को बोलता है कि मैं जंगल से बाहर जाकर काफी अच्छे अच्छे भोजन पकवान खा कर आता हूँ इसके अलावा लोग मुझे कारफी अच्छे अच्छे फल भी देते हैं। short stories for kids pdf in hindi

उसके बाद वह हाथी से मिलता है हाथी को बोलता है कि मेरे पास काफी खजाना है जिससे मैं यह
जंगल खरीद सकता हूं ऐसे करके वह सभी जानवरों को झूठ के ऊपर झूठ बोलने लगता है। तब एक हारथी ने बंदर को सबक सिखाने के लिए अर्थात् बंदर की झूठ को छुड़वाने के लिए एक उपाय निकालता है वह एक खरगोश को बंदर के पास भेजता है तब बंदर खरगोश को बोलता है कि मेरे पास खाने के लिए बहुत है मैं तुमसे ज्यादा अच्छे-अच्छे पकवान खाता हूँ। short stories for kids pdf

लोग मुझे चाहते हैं खरगोश उन सभी बातों को ध्यान से सुन लेता है और बोलता है कि ठीक है यदि
तुम्हारे पास खाने के लिए अच्छे-अच्छे पकवान और भोजन है तो तुम्हें निमंत्रण की क्या आवश्यकता हैं।

मैं यह निमंत्रण किसी और को ही दे देता हूं वह सभी बातें हाथी सुन रहा होता है और वह खरगोश को
बोलता है के ठीक है तुम वापस आ जाओ उसके बाद बंदर बोलता है कि मेरे पास कुछ नहीं है मेरे पास
खाने के लिए कुछ नहीं है मैं जैसे तैसे करके अपना पेट भरता हूं उसके बाद हाथी बोलता है कि तुमने
मौका गवा दिया। short stories for kids in hindi

मैंने आप को मौका दिया था ताकिे तुम्हें इस प्रकार का खाना मिल सके। लेकिन तुमने झुठ बोलकर
अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है। बंदर काफी उदास हो जाता है और बोलता है कि आज के बाद म
किसी को भी इूठ नहीं बोलूंगा और किसी को भी परेशान नहीं करूगा। short stories for kids in hindi

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की झूठ कभी नहीं बोलनी चाहिए पता नहीं कौन किस वक्त कहां से सुन रहा हो।

10) एक घमंडी ईगल की कहानी:-

एक समय की बात है एक पर्वत शिखर के ऊपर एक ईगल रहा करते था। वह काफी कमंडी और अपने
आप को अच्छा मानते थे वह पाकी जानवरों पशु पक्षियों को अपने से नीचा समझकर उनसे बात नहीं
करते थे। उसके दो बच्चे थे वह उन बच्चों को बलती थी कि हम सबसे अच्छे और काबिल है बाकी सभी गंदे और बुरे हैं उसी पर्वत शिखर पर रोज एक महात्मा अपनी तपस्या करना आता था।

रोज वह उस ईगल को भोजन लेकर धरती से ऊपर की ओर जाते देखता था एक दिन वह एक ईगल
को बुलाता है और बोलता है की क्या तुम मेरे से दोस्ती करोगी। ईगल बोलती है कि तुम इतने गंदे हो कि मैं तुम्हें दोस्त नहीं बना सकती उसके बाद जब दूसरे दिन एक गर्ल अपने बच्चों के भोजन के लिए जमीन पर चले जाती है तो उसके बाद पीछे से महात्मा उसके बच्चों को कुछ फल खिलाता है।

क्योंकि उन्हें काफी भूख लग रही थी जब इगल वापस आती है तो उसे पफल खाते हुए देखकर वह
काफी गुस्सा हो जाती है और बोलती है कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई कि तुमने मेरे बच्चों को फल देने
कि। short stories for kids pdf

उसके बाद महात्मा बोलता है कि इन्हें काफी भूख लग रही थी जिसके कारण मैंने उन्हें फल खाने को
दिया उसके बाद महात्मा बोलता है ईगल तुम इतनी इतनी घमंडी क्यों हो तुम अपने आप को सबसे उच्च
मानते हो। लेकिन तुम्हें भोजन के लिए तो नीचे ही जाना पड़ता है। short stories for kids in hindi

कोई भी इंसान क्यों ना हो अपनी दिनचर्या और अपने जीवन यापन करने के लिए धरती से ही जुड़ी
वस्तुओं का सेवन करके अपना जीवन यापन करते हैं फिर तुम बड़ी कैसे हुई। ईगल समझ जाती है और उसने महात्मा से मापफी मांग कर दोस्ती करने लग जाते है। short stories for kids pdf

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की कभी भी अपने आप पर घमंड नहीं करना चाहिए।

11) समझदार मुर्गी की कहानी :-

एक समय की बात है एक गांव में एक मर्गी रहा करती थी उसका अपना ही एक घर था उसके दो बच्चे
थे चिंकी और पिंकू एक दििन मुर्गी ने मिठाई बनाने का फैसला किया। दोनों बच्चे काफी खुश हो जाते हैं।

तब उसकी अम्मा बोलती है कि मैं बाजार से जाकर सामान ले आती हूं ताकि हम अच्छी सी मिठाई बना कर खा सके । उसके बाद चिंकी बोलती है कि ठीक है मां आप मार्केट जा कर सामान ले आए। तब पीक बोलता है की मां मैं भी आपके साथ चलंगा। short stories for kids in hindi

उसके बाद उस मुर्गी के साथ पीकूु मार्कट में चला जाता है कुछ देर बाद वह सामान लेकर वापस आ
जाते हैं पीकू अपनी मां के साथ कुछ भारी बैंग लेकर आता है और बाकी उसके मां लेकर आती है। वह
दोनों सामान लाकर अंदर रख देते हैं। short stories for kids in hindi

उसके बाद चिंकी एक बिस्तर में सोती हुई बोलती है कि मैं कितना टाइम लगेगा जल्दी करो। उसकी मां
बोलती है कि कहां जल्दी कर रहे हैं तब पीकू बोलता है कि मां मैं आपकी मदद करता हूुं जिससे मिठाई
जल्दी ही बन जाए कुछ समय बाद पीकू और उसकी मां ने मिलकर एक अच्छी सी मिठाई तैयार करलिया। short stories for kids in hindi

जैसे ही चिंकी को पता चलता है कि मिठाई तैयार हो चुकी है तो वह खाने के लिए आ जाती है। उसके
बाद उसकी मां ने चिंकी को एक द्रकड़ा दे देती है और पीकू को चार ट्कड़े देती है तब चिंकी बोलती है
कि मां मेरे को इतनी कम मिठाई क्यों दी।

तब उसके मां बोलती है कि जो काम करता है उसे तो उसका ईनाम मिलनी ही चाहिए तब चिंकी समझ
जाती है कि यदि मैं भी अपनी मां की मदद करती तो शायद मुझे भी और मिठाई मिल सकती।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की मेहनत का फल तो मिलना ही चाहिए।

12) सुनहरी मछली की कहानी :-

में एक अमीर घर का लड़का था। उसके पास एक सुनहरी मछली थी। वह लडका उस मसले को काफी चाहता था उसके लिए अच्छा अच्छा खाना और रहने के लिए अच्छा टैंक बनवाया। लेकिन वह मछली आजाद रहना चाहती थी एक दिन उस मछली के पास एक चुहा आ जाता है और बोलता है के बाहर की जिंदगी काफी खुबसूरत है तुम यहां पर कुछ नहीं देखती यहां तुम परेशान रहती हो क्या तुम मेरे साथ बाहर घूमने चलोगे। short stories for kids in hindi

वहां पर अच्छा अच्छा खाना रहना खेलना कूदना सब कुछ होता है उसके बाद सुनहरी मछली उससे की
बात से सहमत हो जाती है तब चूहा बोलता है कि जब तुम्हारी टैंक की सफारई की जाए उस समय तुम्हें
दूसरे बैंक में डाल दिया जाता है तुम उस टैंक से कूदकर खिड़की से बाहर चले आना मैं तुम्हें गार्डन में
मिल जाऊंगा। short stories for kids pdf

उसके बाद दूसरे दिन वह लड़का उस सुनहरी मछली के टाइम को साफ करने के लिए जाता है। जब
उस सुनहरी मछली को दूसरे हैंक में डालता है तो वह मछली उछलकर खिड़की से बाहर चली जाती है।

जब उस मछली को पानी नहीं मिलता है तो वह परेशान होने लग जाती है उसकी सांसे थम में लग जाती
है क्योंकि पानी के बिना उनका जीवन नहीं है उसके बाद चूहा कहने लगता है कि इसके बारे में मैंने
कभी सोचा ही नहीं तब। उस लड़के का ध्यान उस मछली की ओर चल जाता है और उसे ला कर वापस
पानी में डाल देता है। short stories for kids in hindi

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की कभी-कभी दुसरों के द्वारा कही गई बात सही होती है परंतु उस पर सोच विचार कर फैसला लिया जाना चाहिए।

13) सांप की चमड़ी की कहानी :-

एक समय की बात है एक जंगल में एक सांप रहा करता था उसका एक बच्चा था जिसका नाम रूबी
था। रूबी बहुत ही छोटा था लेकिन काफी शरारती था । वह अपने दोस्तों के साथ खेलना ज्यादा पसंद
करता था । समय के अनसार वह धीरे-धीरे बड़ा होने लगा 1 दिन रूखी अपने पापा को आकर बोलता है
कि पापा मैरे शरीर में काफी खुजली हो रही है तब उसके पापा ने कहा कि तुम अपने शरीर का ठीक से
ख्याल तो रखते हो ना। short stories for kids pdf in hindi

तब रूबी बोलता है कि हां पापा मैं अपने अपने शरीर का बिल्कुल ठीक से ख्याल रखता हूं उसके बाद
वह बोलता है कि अपने आाप ठीक हो जाएगी। दूसरे दिन उससे और ज्यादा खुजली होने लगती है तब वह अपने पापा को आकर वापस बोलता है।short stories for kids pdf in hindi

फिर उसका पापा उसे उसी तरह बोलकर खेलने के लिए भेज देता है लेकिन एक दिन कुछ ऐसा हुआ और वह चिल्लाते हुए अपने पापा के पास आया और बोला। कि पापा पापा मेरे शरीर में पता नहीं क्या हो रहा है। short stories for kids pdf

जिससे मैं काफी ज्यादा खुजली से परेशान हूँ और मेरी गर्दन में पता नहीं क्या हो रहा है आप एक बार
देखो तब। उसका पापा रूबी की गर्दन को देखकर समझ जाता है कि इसकी अभी नई चमड़ी आने
वाली है। उसके बाद वह सामने एक चट्टान को ्देखता है और रूबी को उस चट्न पर जाकर आप अपनी गर्दन को रगड़ो। तब रूबी भी बोलता है कि इससे क्या होगा तब उसका पापा बोलता है कि जो मैंने बोला है। वह पहले करो उसके बाद रूबी जाकर चट्टान को रगडने लगता है।

जब रूबी चट्टान को रगड़ता है तो उसकी पुरानी चमड़ी उतर जाते हैं और उसकी एक नई चमड्ी आ
जाती है वह काफी खुश हो जाता है और उसके पापा को जाकर बोलता है कि पापा मैं कितना अच्छा
और चमकीला लग रहा हू और मेरी खुजली भी अभी नहीं रही। तब उसका पापा बोलता है कि जब हमारी उम्र बढ़ने लगती है तो यह एक परिवर्तन होता है यह सभी के साथ होता है।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की परिवर्तन से होने वाली परिस्थितियों से घबराना नहीं चाहिए। क्योंकि संघर्ष हमेशा अच्छाई कुछ नया लेकर आता है।

14) दो चूहों की कहानी :-

प्राचीन समय की बात है एक गांव में दो चूहे रहा करते थे। वह दोनों एक दूसरे काफी अच्छे दोस्त थे
लेकिन उनमें से एक जो शहर रहने के लिए चला जाता है और दूसरा जो गांव में रहना पसंद करता है
काफी समय बाद शहर वाला चूहा अपने दोस्त गांव वाले चूहे के पास जाने के लिए सोचता है और वह
अपनी पैकिंग कर के गांव वाले चूहे से मिलने चला जाता है जब वह उस चूहे को देखता है तो वह गांव
वाला चुहा आश्र्यचकित रह जाता है। short stories for kids in hindi

क्योंकि उससे मिलने उसका दोस्त शहर से आया है। अब गांव वाला चूहा उसे अंदर आने के लिए
बोलता है और शहर वाला चूहा उसकी मजाक उड़ाने के लिए बोलता है कि तुम्हारे यहां पर कितनी
खराब सड़कें हैं जिस पर गाड़ियां भी नहीं चल सकती। short stories for kids pdf in hindi

तुम्हारे घर कितना छोटा है । उसके बाद गांव वाला चुहा उसे खाने के लिए बुलाता है। खाना देखकर शहर वाला चुहा बोलता है कि इतना घटिया खाना तो मैंने आज तक नहीं खाया हमारे साथ चलो शहर में इससे काफी अच्छा खाना खाने को मिलेगा। short stories for kids pdf

लेकिन वह चूहा मना कर देता है परंतु कुछ समय बाद शहर वाली चूहा उसे समझाने के बाद गांव वाला
चूहा जाने के लिए तैयार हो जाता है। जब वह दोनों शहर में चले जाते हैं और शेर वाला चूहा अपने गांव वाले चूहे को अपने घर ले जाता हं। जब गांव वाला चूहा उसके घर को देखकर बोलता है कि इतना बड़ा घर तो शहर वाला चूहा बोलता हं कि यह मेरा घर नहीं है मैं इस घर में रहता हूं।

उसके बाद वह दोनों घर के अंदर चले जाते हैं तब शहर वाला चूहा उसे भोजन के लिए बोलता है तो घर
में लगी डाइनिंग टेबल पर अच्छा अच्छा खाना खाने के लिए चले जाते हैं जब वह खाना खाने शुरू करते
हैं तो सामने एक काटने वाला कुत्ता आ जाता है जो उस घर का वफादार था।

जैसे ही उन चूहों को देखता है तो उनकी और खाने के लिए भागता है दोनों सुबह जान बचाकर भागने
लग जाते हैं और अपने बिल में छूप जाते हैं उसके बाद शहर वाला चूहा बोलता है कैसा लगा खाना। तब
गांव वाला चूहा काफी डरा हुआ था वह बोलने लगा कि इससे बदले मेरा गांव वाला खाना काफी अच्छा
है कम से कम वहां पर जान खतरे में तो नहीं होती है। और वह वापस अपने गांव आ जाता है।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की अलग-अलग व्यक्तियों का रहने का तरीका अलग अलग होता है जिस प्रकार दोनों चूहों का था।

15) डरपोक बैल की कहानी:-

एक समय की बात है एक जंगल में एक हिरन अपने बच्चे के साथ रहा करता था वहीं हिरण अपने
बच्चों से काफी प्यार करता था और उनके साथ राहकर काफी अच्छा महसूस करके अपनी जिंदगी जी
रहा था। short stories for kids in hindi

एक दिन हिरण बीमार हो जाता है उसे अपने बच्चों की टेंशन लग जाती है वह जंगल में किसी को नहीं
जानता परंतु वह एक बैल को जानता था उसने सोचा कि मैं अपने दोस्त बैल को अपना बच्चा देकर
सुरक्षित रख सकती हूं क्योंकि मुझे लगता है कि अब में जी नहीं पा सकती।

उसके बाद हिरण और उसका बच्चा बेल के पास चले जाते हैं जाने के बाद वह बोलता है कि क्या तुम
मेरे बच्चे का ख्याल रख सकोगे तब बेल बोलता है कि ठीक है हां मैं आपके बच्चे का ख्याल रख सकता
हं तभी हिरन बोलता है कि आप इस जंगल में और किसी को नहीं जानता हं केवल आपकको ही जानता
हूं और आपसे विश्वास भी करती हूं । short stories for kids pdf in hindi

क्योंकि आप बहादुर और निडर हो उसके बाद अपने बच्चे को उस बेल के पास छोड़कर वहां से निकल
जाती है तब एक खरगोश आता है और उस हिरण के बच्चे को बोलता है क्या मैं तुम्हारा दोस्त बन सकता हूं तब वह बैल बोलता है कि क्या तुम अपने नीचे और छोटे जानवर से दोस्ती करना पसंद करते हो तब वह खरगोश बोलता है कि मैं इसका अच्छा दोस्त हूं। short stories for kids in hindi

उसके बाद हिरण का बच्चा और बैल और खरगोश दोनों एक साथ रहने लगते हैं एक समय जब वह जंगल में अपने भोजन के लिए जा रहे होते हैं उसके सामने एक शेर आ जाता है बेल का पेड़ जाता है
और वह उस हिरण के बच्चे को बोलता है कि तुम अपना ध्यान रखना और वहां से भाग जाता है।

उसके बाद हिरण का बच्चा और खरगोश रह जाते हैं खरगोश ने अपनी जान और अपने दोस्त की जान बचाने के लिए एक तरकीब निकालता है। वह शेर को सुनाते हुए बोलता है कि दोस्त हिरण तुम टेंशन मत लो तुम्हारे परिवार वाले हिरणों का झुंड उस पीछे चट्टान के पीछे हैं। short stories for kids pdf

तब शेर इस बात को सुन लेता है और सोचने लगता है कि मैं इस कमजोर हिरण को खा कर क्या
हासिल कर लूंगा यदि मैं उस हिरन के झंड पर जाऊंगा तो मुझे काफी अच्छा खाना मिलेगा मेरे तो आज
दावत ही हो जाएगी। उसके बाद शेर वहां से चला जाता है और हिरण का बच्चा और खरगोश अपनी
जान बचा लेते हैं। short stories for kids in hindi

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की शक्तिशाली हो नाई महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि अच्छा दिमाग होना काफी अच्छा है।

16) खरगोश और शेर की कहानी:-

एक समय की बात है एक जंगल में एक शेर रहता था। वह शिकार करके खाना पसंद नहीं करता था वह
सोचने लगा कि कोई ऐसी तरकीब लगाई जाए जिससे रोज खाना अपने आप मेरे पास आ जाए।

तब वह जंगल के सभी जानवरों को बुलाता है और बोलता है कि यदि तुम अपनी जान बचाना चाहते हो तो रोज एक एक करके मेरा भोजन बनो नहीं तो मैं तुम सभी को एक साथ मार दूंगा जंगल के जानवर सभी परेशान और डरने लगे उसके बाद डरते हुए शेर की बात से सहमत हो गए।

रोज शेर के पास एक जानवर आता और शेर उसे खा कर संतृष्ट होकर वापस सो जाता एक दिन जब
खरगोश की बारी आती है तो खरगोश शेर के पास चला जाता है और शेर बोलता है कि तुम इतने छोटे
हो तुम से मेरा पेट कैसे भरेगा। short stories for kids pdf in hindi

तब खरगोश चालाकी से बोलता है कि महाराज आप तो यहां पर आराम कर रहे हो शेर में कोई दूसरा
महाराज आ गया है। और वह जंगली जानवरों को खाता है जिससे आपके पास लोग नहीं आ पा रहे हैं।
तबसे को गुस्सा आ जाता है और वह बोलता है कि कहां है उसके पास मेरे को लेकर चलो।

तब वह खरगोश जंगल से जाते हुए एक कुए को देखता है और बोलता है कि महाराज इस कुएं के अंदर
वह रहता है। जब शेर कुएं के अंदर देखता है, तो उस कुएं में उस कि परछाई दिखाई देती है वह समझ
जाता है कि निश्चित ही यह कोई बहुत बड़ा शेर है। short stories for kids pdf

उसके बाद खरगोश उसके पास आकर खड़ा हो जाता है और बोलता है कि देखिए महाराज उसके पास
शिकारी है जो अभी-अभी शिकार किया है तब शेर बोलता है कि आज मैं इसको छोड्ंगा नहीं उसके बाद
शेर उस कुएं में छलांग लगा लेता है और वह पानी के अंदर ड्रब जाता ता हैं। इस प्रकार से खरगोश ने अपनी समझदारी से अपनी और अपने सभी साथियों की जान बचा ली।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की समय आने पर अपनी बुद्धि का उपयोग जरूर करें।

17) हाथी और तोते की कहानी :-

एक समय की बात है एक गांव में एक घर के अंदर एक पिंजरे में एक तोता बंद था वह उस पिंजरे से बाहर निकल कर खुले आकाश में उड़ना चाहता था। काफी कोशिशों के बाद आखिर उसने उस पिंजरे को तोड़कर वहां से जंगल की ओर चला जाता है। short stories for kids in hindi

जंगल की बहारी हवा और वातावरण को देखकर वह काफी खुश हो जाता है उसे काफी मजा आने लगता है वह अच्छे-अच्छे फल खाने लगता है।

तभी तोते की नजर एक पेड़ के नीचे सो रहे हैं हाथी परजाती है। वह उस हाथी से मजाक करना चाहता था। तोता हाथी के सिर पर बैठकर चोंच मारने लगता है हाथी नींद से जाग जाता है तभी तोता जाकर पेड़ परबैठ जाता है। short stories for kids pdf

तब हाथी देखता है और तोता की बोलता है कि क्यों परेशान कर रहे हो तब वह तोता बोलता है मजाक कर रहे हैं। उसके बाद लगातार हाथी को वो तोता लगातार परेशान करने लगता हैं। धीरे धीरे समय बीतता गया और धीरे धीरे तोता और हाथी की एक दूसरे के साथ अछि खासी दोस्तों गो गई थी।

एक बार एक शिकारी जंगल को आता हैं और वो तोता को उसी पेड़ के उपेर बैठा हुआ देख लेता हैं। उसके मन मैं लालच या जाता हैं और वो तोते को पकड़ने के लिए जाल बिछाता हैं। मौकाये बारदातपर हाथी उपसतजीत नही होता है। short stories for kids pdf

शिकारी के जाल मैं तोता फस जाता हैं और शिकारी उसे लेके जाने लगता है, परर तोता अपने दोस्त हाथी को चिल्लाते हुए पुकारने लगता हैं। अपने दोस्त का आवाज सुनकर हाथी दौड़ चल आता है और शिकारी उसको देख कर तोता को छोड़ के भाग जाता हैं। short stories for kids pdf in hindi

18) लोमडी और शेर की कहानी:-

एक समय की बात है एक जंगल में एक शेर और एक लोमड़ी रहती थी। लोमड़ी शहर की चापलूसी
करती और शेर का बचा हुआ खाना खाती। एक दिन लोमडी जंगल में घुमने जाती है उसने एक गुफा के अंदर हिरण और हिरण के बच्चों को देखती है। वह काफी खुश हो जाती है और बोलती है यदि मैं महाराज को इस बारे में बताती हूं तो मुझे काफी अच्छा खाने को मिलेगा और महाराज को भी काफी अच्छा खाने को मिलेगा। short stories for kids pdf

उसके बाद लोमड़ी शेर के पास आ जाती है और बोलती है कि महाराज मैंने एक गुफा देखिए जहां पर
हिरण और हिरण के बच्चे रहते हैं यदि आप चलोगे तो काफी अच्छा खाना मिल सकता है। जब लोमड़ी उस गुफा के पास आई थी उस समय पीछे से हिरण देरख लेता है और वह सोचने लगता है कि जरूर लोमड़ी अपने माहाराज को लेकर आएगी उससे पहले मेरे को कुछ सोचना पड़ेगा। short stories for kids in hindi

उसके बाद जब लोमिड़ी अपने महाराज शेर को लेंकर उस गुफा के पास आती है तब शेर दो से दहाड़
मारता है तब हिरण उस गुफा के अंदर से एक जोरदार शेर की आवाज में बोलता है कि लोमड़ी तुम मेरे
कहने अनुसार शेर को लेकर आई हो अब मैं तुम्हारे लिए काफी अच्छा भोजन दूंगा।

उसके बाद शेर समझ जाता है कि लोमडी ने शेर से मिलकर प्लानिंग की है मुझे मारने की। उसके बाद
शेर वहां से दुम दबाकर भाग जाता है और लोमड़ी भी उसके साथ ही उस गुफा से चले जाती है इस
प्रकार से हिेरण ने अपने और अपने बच्चों की जान बचाई। short stories for kids pdf

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की परिस्थित्तियां आने पर जगह नहीं छोड़नी चाहिए जबकि परिस्थितियों का डटकर सामना करके उसे जड़ से उखाड़ देना चाहिए।

19) मेहनत का फल के कहानी:-

एक समय की बात है एक गांव में एक किसान रहता था। वह काफी गरीब था उसके दो पूत्र थे लेकिन मैं
बहुत ही कामचोर थे। उन्हें काम करना अच्छा नहीं लगता वह इधर-उधर घूम कर अपना समय व्यतीत
करते थे। short stories for kids pdf in hindi

किसान अपने दोनों पुत्रों से काफी परेशान था । एक दिन किसान बहुत ही ज्यादा बीमार हो जाता है
और उसने लगता है की मैं कुछ ऐसा करना होगा जिससे मेरे दोनों पुत्र कामचोर ना रहे। उसके बाद वह अपने दोनों पूत्रों को बुलाता है और बोलता है कि बेटे अब मेरे जाने का समय आ गया और तुम अपनी जिंदगी सही से चलाना ताकि अपना भविष्य सुधार सके। short stories for kids pdf

इसके अलावा किसान बोलता है कि मैंने जो पूरी जिंदगी की कमाई है वह उस खेत के अंदर है चाहो तो
तुम उस कमाई को अपने पास ला सकते हो। उसके बाद उस किसान की मृत्यु हो जाती है किसान की मृत्यु हो जाने के कुछ दिनों बाद दोनों भाई अपने खेत पर चले जाते हैं और बोलते हैं कि इस कैप से हम वो खजाना निकालेंगे। जिस जो पिताजी ने बोला था और हम आधा आधा बांट लंगे।

उसके बाद किसान के दोनों पुत्र खेत की खुदाई करने लग जाते हैं सारा खेत खोद देते हैं परंतु वहां पर
किसी प्रकार का कोई खर्चा नहीं मिलता उसके बाद कुछ समय बाद बारिश हो जाती है और खेत में
पानी भर जाता है। short stories for kids in hindi

एक भाई ने उस खेत में जाकर वैसे ही बीज फेंक देता है कुछ दिनों बाद वह भी ऊगकर एक बड़ी फसल
में तैयार हो जाते हैं दोनों भाई मिलकर उस फसल को काटकर निकाल लेते हैं। उसके बाद दोनों भाइयों को एहसास हो जाता है कि मेहनत के बिना कुछ पफल नहीं मिलता मेहनत तो करना ही होगा।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की मेहनत का फल मीठा होता है जिस प्रकार दोनों भाइयों ने मेहनत की और उनकी मेहनत रंग लाई।

20) बलवान कछुए की मूर्खता:-

एक सरोवर में विशाल नाम का एक कछुआ रहा करता था। उसके पास एक मजबूत कवच था। यह कवच शत्रुओं से बचाता था। कितनी बार उसकी जान कवच के कारण बची थी।

एक बार भैंस तालाब पर पानी पीने आई थी। भैंस का पैर विशाल पर पड़ गया था। फिर भी विशाल को नहीं हुआ। उसकी जान कवच से बची थी। उसे काफी खुशी हुई क्योंकि बार-बार उसकी जान बची रही थी। यह कवच विशाल को कुछ दिनों में भारी लगने लगा। उसने सोचा इस कवच से बाहर निकल कर जिंदगी को जीना चाहिए। अब मैं बलवान हो गया हूं, मुझे कवच की जरूरत नहीं है। विशाल ने अगले ही दिन कवच को तालाब में छोड़कर आसपास घूमने लगा। short stories for kids pdf

अचानक हिरण का झुंड तालाब में पानी पीने आया। ढेर सारी हिरनिया अपने बच्चों के साथ पानी पीने आई थी। उन हिरणियों के पैरों से विशाल को चोट लगी, वह रोने लगा। आज उसने अपना कवच नहीं पहना था।विशाल रोता-रोता वापस तालाब में गया और कवच को पहन लिया। कम से कम कवच से जान तो बचती है। short stories for kids in hindi

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कभी भी अपनी ताकत और सामर्थ्य को उन्नत करने की चाह नहीं होनी चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि हमारी इस चाह के चलते हम कुछ ऐसा कर दें जिससे हमारे लिए बड़ी नुकसान का सामना करना पड़े। इसलिए हमें हमेशा सम्मानपूर्वक विचार करना चाहिए कि क्या हम उस स्थिति में से गुजर सकेंगे या नहीं, और उसके बाद ही अपने सामर्थ्य के अनुसार चुनाव करना चाहिए। short stories for kids pdf in hindi

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की बल चाहे कितना भी हो हमेशा बल के साथ अक्ल का भी इसटहेमल करके सभी कामों को करना चाहिए।

21) मीरा बहन और बाघ :-

मीरा बहन का जन्म इंग्लैंड में हुआ था। गांधी जी के विचारों का उन पर इतना असर हुआ कि वे अपना घर और अपने माता-पिता को छोड़कर भारत आ गईं और गांधी जी के साथ काम करने लगीं। आज़ादी के पाँच साल बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के एक पहाड़ी गाँव, गेंवली में गोपाल आश्रम की स्थापना की। उस आश्रम में मीरा बहन का बहुत सारा समय पालतू पशुओं की देखभाल में बीतता था लेकिन गेंवली गाँव के आसपास के जंगलों में बाघ जैसे खतरनाक जानवर भी रहते थे। short stories for kids pdf

पहाड़ी गाँवों में अक्सर बाघ का डर बना रहता है। जंगल कटने के कारण शिकार की तलाश में बाघ कभी – कभी गाँव तक पहुँच जाता है। गेंवली गाँव में एक बार यही हुआ। एक बाघ ने गाँव में घुसकर एक

गाय को मार डाला। सुबह होते ही यह खबर पूरे गाँव में फैल गई। गाँव के लोग डरे कि यह बाघ कहीं फिर से आकर दूसरे पालतू जानवरों और किसी आदमी को ही अपना शिकार न बना ले। गाँव के लोग गोपाल आश्रम गए और उन लोगों ने मीरा बहन को अपनी चिंता बताई। short stories for kids pdf in hindi

गाँव के लोगों ने अंत में तय किया कि बाघ को कैद कर लिया जाए। उसे कैद करने के लिए उन्होंने एक पिंजड़ा बनाया। पिंजड़े के अंदर एक बकरी बाँधी । योजना यह थी कि बकरी का मिमियाना सुनकर बाघ पिंजड़े की तरफ़ आएगा। short stories for kids in hindi

पिंजड़े का दरवाज़ा इस प्रकार खुला हुआ बनाया गया था कि बाघ के अंदर घुसते ही वह दरवाज़ा झटके से बंद हो जाए। शाम होने तक पिंजड़े को ऐसी जगह पर रख दिया गया जहाँ बाघ अक्सर दिखाई देता था। यह जगह मीरा बहन के गोपाल आश्रम से ज़्यादा दूर नहीं थी। short stories for kids pdf

रात बीती । सुबह की रोशनी होते ही लोग पिंजड़ा देखने निकल पड़े। उन्होंने दूर से देखा कि पिंजड़े का दरवाज़ा बंद है। वे यह सोचकर बहुत खुश हुए कि बाघ ज़रूर पिंजड़े में फँस गया होगा लेकिन जब वे पिंजड़े के पास पहुँचे तो क्या देखते हैं – पिंजरे में बाघ नहीं था! लोग चकित थे- बाघ के अंदर गए बिना पिंजड़ा बंद कैसे हो गया? लोग मीरा बहन के पास पहुँचे। लोगों ने सोचा कि गोपाल आश्रम पास में ही था, इसलिए शायद मीरा बहन को मालूम हो कि रात में क्या हुआ। short stories for kids in hindi

पूछने पर मीरा बहन बोलीं -देखो भाई, मुझे नींद नहीं आ रही थी । मैं सोचती रही कि आखिर बाघ को धोखा देकर हम क्यों फँसाएँ। इसलिए मैं गई और पिंजड़े का दरवाज़ा बंद कर आई।

22) कहानी की कहानी:-

कहानी सुनने में हम सब को मज़ा आता है। तुम्हें घर पर कौन कहानी सुनाता है? किसकी कहानियाँ सबसे अच्छी लगती हैं? किसका सुनाने का तरीका सबसे मज़ेदार है? भला क्यों?

बहुत पुरानी बात है। तब भी लोग कहानियाँ सुनते और सुनाते थे राजा-रानी, परियों की कहानी, शेर और गीदड़ की कहानी। माँ-बाप, बच्चे, दादी-नानी को घेरकर बैठ जाते और बार-बार अपनी मनपसंद कहानी सुनते। बड़े होने पर वे बच्चे अपने बच्चों को कहानी सुनाते । फिर बड़े होकर बच्चे आगे अपने बच्चों को वही कहानियाँ सुनाते । इसी तरह कहानियों का यह सिलसिला आगे बढ़ता। उनके बच्चों के बच्चे, फिर उनके बच्चों के बच्चे उन कहानियों का मज़ा लेते जाते । सुनने-सुनाने से ही कई कहानियाँ आज हम तक पहुँची हैं। short stories for kids pdf

कहानी सुनाने के कई अलग तरीके थे। कोई आवाज़ बदल-बदलकर सुनाता। कोई आँखें मटकाकर । कोई हाथ के इशारों से बात आगे बढ़ाता। कोई गाकर और कोई नाचकर भी कहानी को सजाता। आज भी कई लोग पुरानी कहानियों को नाच-गाकर सुनाते हैं। हर जगह नाच के ऐसे कई अलग-अलग तरीके हैं। क्या तुम्हारे इलाके में कोई ऐसा कलाकार या कहानी कहने वाला है? short stories for kids pdf in hindi

पंचतंत्र की कहानियाँ सालों से लोग सुनते-सुनाते चले आ रहे थे। फिर लोगों ने सोचा क्यों न इनको लिखकर रख लें। इस तरह भूलेंगी नहीं और सँभली भी रहेंगी। ऐसी कई कहानियों को एक साथ पोथी में लिख लिया। पोथी का नाम रखा पंचतंत्र। short stories for kids in hindi

उस समय लोगों के पास कागज़ और किताबें तो होती नहीं थीं। सोचो, कहानियों को कैसे लिखा होगा ? उस ज़माने में लोग पत्तों पर या पत्थर पर लिखते थे। पेड़ की छाल का भी इस्तेमाल करते थे। खजूर के बड़े पत्ते देखे हैं?

उनको छाया में सुखा लेते थे। तेल से उनको नरम बनाकर फिर उन पर कहानी लिखते, पर लिखते किससे? पेंसिल और पेन तो तब थे नहीं। पक्षी के पंख सेही कलम बना लेते या बाँस को नुकीला बनाकर उससे लिखते । स्याही भी खुद घर पर बनाते थे। क्या तुमने कहीं लकड़ी की कलम देखी है? short stories for kids pdf in hindi

पंचतंत्र की कहानियाँ कई सौ साल पहले लिखी गई थीं। दुनिया भर में ये कहानियाँ पसंद की जाती थीं। कई लोगों ने अपनी-अपनी भाषा में इस पोथी को लिखा था।

वह भेड़िया भेड़ों को खाना चाहता था लेकिन चरवाहों की निगरानी के कारण उसे भरपेट भोजन नहीं मिल रहा था। चरवाहे बहुत सतर्क रहते थे और भेड़िये को कभी अपने भेड़ों पर आक्रमण का मौका नहीं देते थे। short stories for kids pdf

सौभाग्य से, एक रात उस भेड़िया को एक भेड़ की खाल मिली जिसे किसी ने वहीँ फेंकर भूल गया था। भेड़ की खाल को देखकर भेड़िया को एक तरकीब सुझा।अगले दिन भेड़ की खाल पहने हुए भेड़िया भेड़ों के साथ झुंड में चला गया। चरवाहा खेत में बैठा था। भेड़ की खाल पहने भेड़िये ने भेड़ों के झुंड का पीछा किया लेकिन उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुँचाया। short stories for kids pdf in hindi

भेड़िया आसानी से भेड़ों के बीच घुलमिल गया। कुछ दिनों बाद चरवाहे ने देखा कि उसके भेड़ों की झुण्ड में कुछ ही भेड़ें बची हैं और कई भेड़ गायब है लेकिन एक भेड़ मोटी हो गई है और वही भेड़िया था। जब चरवाहा ने ठीक से मोटी भेड़ को देखा तो भेड़ की खाल के नीचे भेड़िये को पाया। चरवाहा समझ गया की मेरे सभी भेड़ को यह भेड़िया ही मारके खा गया है, उसने चाकू लिया और भेड़िये को मार डाला।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की दुष्ट व्यक्ति अक्सर अपने ही छल से खुद भी फस जाता है।

23) जब मुझको साँप ने काटा:-

एक दिन मैंने अपने अहाते में एक छोटा-सा साँप रेंगते देखा । वह धीरे- धीरे रेंग रहा था। मुझको देखते ही वह भागा और वहीं पर पड़े हुए नारियल के एक खोल में घुसकर छिप गया। मैंने पत्थर का एक टुकड़ा उठाया और उससे नारियल के खोल का मुँह बंद कर दिया। उसे लेकर मैं नानी के पास दौड़ गया।

मैंने कहा – नानी, देखो, मैंने साँप पकड़ा है। नानी चीख उठीं – साँप !

वह इतना घबरा गई कि लगीं ज़ोर-ज़ोर से चीखने- पुकारने । नाना ने सुना तो अंदर दौड़े आए। जब उन्हें पता चला कि नारियल के खोल के अंदर साँप है तो उन्होंने मेरे हाथ से उसे छीनकर दूर फेंक दिया। नन्हा साँप बाहर निकल आया और रेंगता हुआ पास की झाड़ी में गायब हो गया। नाना ने मुझसे कहा

खबरदार, फिर कभी साँप के पास मत जाना। साँप खतरनाक होता है।

उसी दिन शाम को मैं एक बर्र को पकड़ने की कोशिश कर रहा था कि उसने काट खाया। बड़ी ज़ोर से दर्द उठा। मुझे दर्द से कराहते देखकर नानी ने सोचा कि मुझे साँप ने काट लिया है। मैंने दौड़कर नानी को उँगली दिखाई। उन्होंने जल्दी से नाना को पुकारा । short stories for kids pdf

नाना तुरंत दौड़े आए और मेरी उँगली को देखा। जहाँ बर्र ने काटा था, वहाँ नीला निशान पड़ गया था। वह चट मुझे गोद में उठाकर बाहर भागे। बाग और धान के खेतों को पार करके भागते-भागते वह अपने घर से दूर एक छोटी-सी झोंपड़ी के सामने जाकर रुके। वहाँ पहुँचते ही उन्होंने आवाज़ लगाई।

इस बच्चे को साँप ने काट लिया है। नाना ने उससे कहा झाड़-फूँक कर दो। एक बूढ़ा आदमी बाहर निकला। वह साँप के काटने का मंत्र जानता था। short stories for kids in hindi

बूढ़ा मुझे झोंपड़ी में ले गया।

उसने मेरी उँगली देखी और बोला – चुपचाप बैठो। हिलना-डुलना मत। फिर पीतल के बर्तन में पानी लाया और मेरे सामने बैठकर मंत्र पढ़ने लगा। short stories for kids pdf

मैं चाहता तो बहुत था कि उस बूढ़े को बता कि मुझे साँप ने नहीं, बर्र ने काटा है। पर मेरे नाना मुझे कसकर पकड़े रहे और मुझे बोलने ही नहीं दिया। जैसे ही मैं कुछ कहने को मुँह खोलता, वह डाँटकर कहते चुप! डर के मारे मैं चुप हो जाता। हमारे पीछे-पीछे हमारी नानी भी कई लोगों के साथ वहाँ आ पहुँची। सब लोग उदास खड़े देखते रहे। short stories for kids pdf in hindi

तब तक मेरी उँगली का दर्द जा चुका था। फिर भी मुझे वहाँ ज़बरदस्ती बैठकर झाड़-फूँक करवानी पड़ रही थी। कुछ मिनट बाद बूढ़ा आदमी उठा। उसने उसी बर्तन के पानी से मेरी उँगली धोई और मुझे पिलाया भी। उसने मुझे बोलने से मना कर दिया ताकि दवा का पूरा असर हो। फिर वह नाना से बोला अब बच्चा खतरे से बाहर है। अच्छा हुआ, आप समय रहते मेरे पास ले आए। बड़े ज़हरीले साँप ने काटा था।

सब लोगों ने बूढ़े को उसके अद्भुत इलाज के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद दिया। घर लौटने के बाद नाना ने उसके लिए बहुत-सी चीजें भेंट में भेजीं। short stories for kids pdf in hindi

24) दोस्त की मदद :-

किसी तालाब में एक कछुआ रहता था। तालाब के पास माँद में रहने वाली एक लोमड़ी से उसकी दोस्ती हो गई। एक दिन वे तालाब के किनारे गपशप कर रहे थे कि एक तेंदुआ वहाँ आया। दोनों अपने-अपने घर की ओर जान बचाकर भागे। लोमड़ी तो सरपट दौड़कर अपनी माँद में पहुँच गई पर कछुआ अपनी धीमी चाल के कारण तालाब तक नहीं पहुँच सका। तेंदुआ एक छलाँग में उस तक पहुँच गया।

कछुए को कहीं छुपने का भी मौका न मिला। तेंदुए ने कछुए को मुँह में पकड़ा और उसे खाने के लिए एक पेड़ के नीचे चला गया लेकिन दाँतों और नाखूनों का पूरा ज़ोर लगाने पर भी कछुए के सख्त खोल पर खरोंच तक नहीं आई। short stories for kids pdf in hindi

लोमड़ी अपनी माँद से यह देख रही थी । उसने कछुए को बचाने की तरकीब सोची। उसने माँद से झाँककर बाहर देखा और भोलेपन के साथ बोली- तेंदुए जी, कछुए क खोल को तोड़ने का मैं आसान तरीका बताती हूँ। इसे पानी में फेंक दो। short stories for kids pdf

थोड़ी देर में पानी से इसका खोल नरम हो जाएगा। चाहो तो आज़माकर देख लो ! तेंदुए ने कहा- ठीक है, अभी देख लेता हूँ! यह कहकर उसने कछुए को पानी में फेंक दिया। बस फिर क्या था,गया कछुआ पानी में!

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की हमेशा अपने से बड़ों के बाटूँ को सुनना तथा पालन करना चाहिए।

25) अधिक बलवान कौन ?:-

एक बार हवा और सूरज में बहस छिड़ गई। हवा ने सूरज से कहा- से कहा- मैं तुमसे अधिक बलवान हूँ। ने हवा से कहा- मुझमें तुमसे ज्यादा ताकत है। इतने में हवा की नज़र एक आदमी पर पड़ी। हवा ने कहा- इस तरह बहस करने से कोई फ़ायदा नहीं है। जो इस आदमी का कोट उतरवा दे, वही ज़्यादा बलवान है।

सूरज हवा की बात मान गया। उसने कहा- ठीक है। दिखाओ अपनी ताकत। हवा ने अपनी ताकत दिखानी शुरू की। आदमी की टोपी उड़ गई। पर कोट उसने अपने दोनों हाथों से शरीर से लपेटे रखा और जल्दी-जल्दी कोट के बटन बंद कर लिए।हवा और ज़ोर से चलने लगी। अंत में आदमी नीचे ही गिर पड़ा। पर कोट उसके शरीर पर ही रहा। अब हवा थक गई थी। short stories for kids pdf

सूरज ने कहा – हवा, अब तुम मेरी ताकत देखो। सूरज तपने लगा।

आदमी ने कोट के बटन खोल दिए ।सूरज की गर्मी और बढ़ी। आदमी ने कोट उतार दिया और उसे हाथ में लेकर चलने लगा। सूरज ने कहा- देखी मेरी ताकत ? उतरवा दिया न कोट ? हवा ने सूरज को नमस्कार किया और कहा -मान तुम्हारी ताकत को । short stories for kids pdf

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की बड़ों की हमेशा सुनें और उनका पालन करना चाहिए।

26) मा की ममता :-

आम के पेड़ पर एक सुरीली नाम की चिड़िया रहती थी। उसने खूब सुंदर घोंसला बनाया हुआ था। जिसमें उसके छोटे-छोटे बच्चे साथ में रहते थे। वह बच्चे अभी उड़ना नहीं जानते थे, इसीलिए सुरीली उन सभी को खाना ला कर खिलाती थी। short stories for kids in hindi

एक दिन जब बरसात तेज हो रही थी। तभी सुरीली के बच्चों को जोर से भूख लगने लगी। बच्चे खूब जोर से रोने लगे, इतना जोर की देखते-देखते सभी बच्चे रो रहे थे। सुरीली से अपने बच्चों के रोना अच्छा नहीं लग रहा था। वह उन्हें चुप करा रही थी, किंतु बच्चे भूख से तड़प रहे थे इसलिए वह चुप नहीं हो रहे थे।

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सुरीली सोच में पड़ गई , इतनी तेज बारिश में खाना कहां से लाऊंगी। मगर खाना नहीं लाया तो बच्चों का भूख कैसे शांत होगा। काफी देर सोचने के बाद सुरीली ने एक लंबी उड़ान भरी और पंडित जी के घर पहुंच गई। short stories for kids pdf

पंडित जी ने प्रसाद में मिले चावल दाल और फलों को आंगन में रखा हुआ था। चिड़िया ने देखा और बच्चों के लिए अपने मुंह में ढेर सारा चावल रख लिया। और झटपट वहां से उड़ गई।

घोसले में पहुंचकर चिड़िया ने सभी बच्चों को चावल का दाना खिलाया। बच्चों का पेट भर गया, वह सब चुप हो गए और आपस में खेलने लगे।

चिड़िया सोचने लगी, कि जब मैंने अपने बच्चों के लिए पंडित जी के घर से खाना लाया तो मेरी भूख भी शांत हो गई। जिस प्रकार मैंने अपने बच्चों के लिए जीवनदायी कदम उठाया है, वैसे ही माँ जीवन के हर मोड़ पर अपने बच्चों के हित में कदम उठाती हैं। short stories for kids pdf

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि माँ के प्रति हमें सदैव सम्मान और आदर रखना चाहिए। माँ की ममता दुनिया में सबसे अमूल्य वस्तु है। माँ के बिना जीवन अधूरा है। इसलिए हमें अपनी माँ की कभी भी बेजुबानी और असम्मानित नहीं करना चाहिए। हमेशा उन्हें सम्मान देना चाहिए और उनकी सेवा करनी चाहिए।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की हमें किसी भी समस्या के सामने हिम्मत हार नहीं माननी चाहिए। हमेशा जीवन में ऐसे लोग होते हैं जो हमें मदद करते हैं। हमें उनसे शर्मिंदगी महसूस करने की जगह, उनकी मदद स्वीकार करनी चाहिए।

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