15+ Short Moral Stories In Hindi 2023 – Hindi Moral Stories With Pictures Pdf

15+ Short Moral Stories In Hindi 2023 (नैतिक कहानियाँ हिन्दी मैं):-

Contents

प्रिय पाठकों, बच्चों के लिए नैतिक कहानियाँ (Moral Stories) कुछ ऐसी कहानियां होती है, जिनमें उनके बर्तमान तथाआने वाले भबीशीयत के दैनंदीन जीवन के लिए साधारण नैतिकता के शिक्षया के साथ साथ उनके पीछे छुपे महत्वपूर्ण संदेश उनके व्यक्तित्व को बनाने मैं काफी भूमिका निभाता है।

हर एक नैतिक कहानी उनके बिचारों के तहत एक बेहतर इंसान बनने का रास्ता दिखाता है, तथा यह आपके नैतिक चरित्र को भी मजबूत बनाता है। यहां 15 से ज्यादा सीख देने वाली कहानियों (Moral Story) का संग्रह है।

इसे एक बार जरूर पढ़े। मैंने खुद इन कहानियों से प्रेरणा ली थी और मुझे पूरा विश्वास है की आप सभी पाठकों को भी ये इन कहानियों के माध्यम से यक़ीनन कुछ न कुछ नयी प्रेरणा मिलेगी।

Short Moral Stories In Hindi 2023 : अगर आप इंटरनेट पर अपने बच्चों के लिए हिन्दी मैं नैतिक कहानियों की खोज मैं हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह पे आए है, जहां पर आपको कहानियों के साथ साथ उससे मिलने वाली सिख भी नीचे लिखे हुए मिलेंगे।

इस पेज पे आपको नैतिक कहानियों के प्रथम भाग (लगभग पंद्रह नैतिक कहानियाँ) मैं आए हैं। आगले भाग प्रकाशित होते ही, हम आपका उन पोस्ट के लिंक नीचे दे देंगे।

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1. चालाक लड़का (Short Moral Stories In Hindi)

एक बार मैदान मैं दो छोटे लड़के खेल रहे थे। उनमें से एक ने अखरोट को जमीन पे पड़ा हुआ देखा लेकिन दूसरे ने उसी अखरोट को उससे पहले उठालिया। अब उन दोनों लड़कों के बीच उसी एक अखरोट के लिए लड़ाई होने लगे। उसी व्यक्त उसस रास्ते पे एक और तीसरा लड़का वहाँ से गुजर रहा था।

तो जब वो इन दोनों को झगड़ते हुए देखा, उसने इसका कारण पूछा, और उन्होंने उस तीसरे लड़के को सारी बात बताए, तो वो तीसरा लड़के ने बोल की तुम लोग इसस छोटी सी बात के लिए लड़ रहे हो।

इसका समाधान मेरे पास है।यह कह के वह अखरोट को दो भागों में विभाजित करता है और यह कहकर अखरोट को स्वयं खा लेता है, और वो दोनों लड़के देखते ही रहजाते है।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की जब दो लोग लड़ते हैं तो हमेशा तीसरा व्यक्ति उस लड़ाई का फायदा उठा लेता है।

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2. हाथी और चूहे (Short Moral Stories In Hindi)

एक वार की बात है, हाथियों का एक झुंड पानी की तलाश में एक शुनशान शहर से गुजर रहे थे,और क्यूँकी वो शहर बिल्कुल शुनशान था तो वहाँ कोई लोग नही रहते थे, वो शहर चूहों से भर्ती हो पड़ा था। पर जब इतने सारे हाथी का झुंड उस शहर से गुजरते तो बोहोत सारे छुहें उन्हे पाओं तले रोंदे जाने का खतरा था।

इसीलिए सारे हाथी मिलकर फैसला करते है की चूहों से बात किया जाए। वे लोग चूहों से बात करते है और सारे चूहे मिलकर उनको अनुरोध करते है की वे कोई दूसरा राते पे जाए और सारे हाथी उनके अनुरोध को माँ लेते है।

इसके कुछ महीने वाद जब सारे राज्य मैं ये खबर फ़ाइल जाता है की कुछ हाथीओं को शिकारिओं ने पकड़ लिया है, तब सारे चूहे मिलकर उनकी सहायता करने की सोचते है और, जंगल पे जा कर शिकारी के सारे रस्सियों को चबा के काट डालते है, और हाथीओं आजाद करदेते है।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की जब आप किसिको मदद करते हो तब वो भी किसी न किसी समय पर आपको मदद करेगा, यही सृष्टि का नियम है।

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20+ Short Moral Stories For Kids In Hindi 2023

3. एक वफादार नेवले की कहानी (Short Moral Stories In Hindi)

एक बार एक किसान अपने घर पर एक नेवले का एक छोटे से बच्चे को लेके आता है। उस किसान का भी एक छोटा स बच्चा अभी अभी पैदा हुआ होता है और धीरे धीरे दोनों बड़े होते है। पर किसान के स्त्री को नजाने क्यूँ उस नेवले से बोहोत गुस्सा और अभिमान था।

एक बार किसान कही बाहर गया होता है और उसकी पत्नी को बाजार से कुछ समान लाना होता है, तो वो बच्चे को झूले पे शुला के बाजार जाती है।

तब सिर्फ वो नेवला ही बच्चे के पास तैनात होता है। तभी वो देखता है की एक सांप बच्चे को काटने की कोशिश कर रहा है, तो वो उस सांप को मार गिरता है और बच्चे को सुरक्षित रखता है।

तभी किशान की पत्नी बाजार से वापस आती है और नेवले के मुहँ पे खून लगा हुआ देख कर यह समझती है की शायद नेवले ने बच्चे को कांट लिया है, और यह समझ कर वो समान की टोकरी उस नेवले के ऊपर फेंक देती है, जिससे वो बेचारा नेवला वही दर्द के मारे मर जाता है।

उसके बाद जब वो घर आकर अपने बच्चे को सुरक्षित और पास मैं सांप को मार पड़ा हुआ देख कर सब कुछ समझ जाती है और अपने गलती की एहसास कर के दुख से रो पड़ती है।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की हमेशा कोई भी कार्य करने से पहले सब कुछ सोच कर करें, क्यूँ की बाद मैं पछताने से कुछ भी किए कराए बदल नही जाएगा और सभी जानवरों के प्रति दयावान रहें, क्यों की मनुष्यों से ज्यादा लगभग सभी जानवार बोहोत ही वफादार होते है।

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4. बदसूरत बत्तख़ का बच्चा : (Hindi Moral Stories With Pictures Pdf)

यह कहानी एक बतख के बच्चे के आस पास केंद्रित है, जहां इस कहानी की शुरुवात उसकी जन्म से होती है। जब मां बतख के सामने उसके सारे सातों अंडों मैं से छह फुट जाते है और एक अंडा बाकी रेहजाता है।

फिर कुछ घंटों बाद जब सहस अंडा फुटता है तब उससे एक बदसूरत सा चेहरा लेकर एक बतख का बच्चा पैदा होता है जो की अपने सारे भाई बहनों से सूरत शकल मैं काफी अलग था।

जन्म से ही ऐसे अलग शकल होने के कारण उसे लगातार छेड़ा जाता है, और एक दिन इन सब से रूठ और गुस्सा हो कर उसके परिवार से दूर चले जाता है।

महीनो सफर करने और एक ऐसे परिवार की तलाश करने के बाद जो की उसे पसंद करता हो, वो एक दिन निराश हो कर एक तालाब के किनारे बैठता है, तब वो एक हंस के परिवार को देखता है और महसूस करता है की महीनो सफर करने के बाद वो अपने आप एक सुंदर हंस का बच्चा बन गया है।

और उसका चेहरा उनसे हुबहू मिल जुल रहा है। तभी उसे एहसास हुआ की असल में वो एक बतख का नहीं एक हंस का ही बच्चा है, जो की उसके परिवार ने उसे कभी बताया ही नहीं था।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की कभी खुद पर बेवजा शक मत किया करो, सब अपने अपने हिसाब से सुंदर होता है और कमियां भी। बाहरी दिखाऊं से किसीको सुंदर या बर्थ कहना गलत है। सब अपने अपने हिसाब से सुंदर और सफल होता है।

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20+ Short Moral Stories For Kids In Hindi 2023

5. दूधवाली और उसकी सपने की कहानी : (Hindi Moral Stories With Pictures Pdf)

एक बार एक दूधवाली अपनी गाय का दूध बेचने के लिए बाजार जा रही थी।जाते वक्त जैसे ही उसने दूध के बड़े जग को अपने सिर के ऊपर रखी वैसे ही वह मन ही मन मैं सोचने लगी की “एक बार ये सारा दूध बिक जाए तो बहुत मुझे सारे पैसे मिलजाएंगे और उससे मैं अपने सारी सपने पूरी करुँगी, उन पैसों से मैं पालने के लिए पहले में सौ चूज़े खरीदूंगी।

जब वे पूरी तरह से बड़े हो जाएंगे तो मैं उन्हें बाज़ार में अच्छी कीमत पर बेच सकूंगी और पहले से ज्यादा पैसा कमा सकूंगी।”

जैसे-जैसे वह चलती गई, वह अपने सपने के बारे में ही और ज्यादा सोच रही थी। “फिर मैं दो युवा बकरियों को खरीदूंगी और उन्हें पास की घास की मैदान में खाना खिला कर पर पालूंगी। जब वे पूरी तरह से बड़े हो जाएंगे तो मैं उन्हें और भी अच्छी कीमत पर बेच सकूंगी और ज्यादा पैसा कमा सकती हुं। ”

उसके बाद वो अभी भी उस सपने को बरकरार रखी और उसने खुद से कहा, “जल्द ही, मैं उन पैसों से एक और गाय खरीद पाऊँगी, और मेरे पास बेचने के लिए और दूध होगा। तब मेरे पास और भी अधिक धन होगा…”

इन सुखद विचारों के साथ वह अपने आप ही उछलने-कूदने लगीती। तभी अचानक वह लड़खड़ा कर गिर पड़ी और अपने सर पर रखी हुई सुराही को गिरा देती है जिससे सारा दूध जमीन पर गिर जाता है। और वह बैठ कर रो पड़ती।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की कर्मफल नही हमेशा अपने कर्म के वारे मैं पहले सोचें, अगर कर्मफल को सोच कर पहले ही उछल कूद करेंगे तो दूधवाली की जैसे हालात जरूर हो जाएगी।

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6. मानसिक रूप से मंद : (Hindi Moral Stories With Pictures Pdf)

कुछ साल पहले, सिएटल स्पेशल ओलंपिक में, नौ प्रतियोगी, सभी शारीरिक या मानसिक रूप से कुछ विकलांग,खिलाड़ी 100-यार्ड दौड़ के लिए शुरुआती लाइन पर इकट्ठे हुए।

बंदूक की आवाज पर सभी उत्साह से दौड़ पड़े, पर उनके से बस एक छोटे लड़के को छोड़कर, जो पास के एक डामर पर ठोकर खा गया, एक दो बार गिर गया, और उसके बाद बैठ कर रोने लगा।

इसके बाद जब अन्य आठ खिलाड़ियों ने इस लड़के के रोने की आवाज सुनी तो वे सब लोग धीमे हो गए और पीछे मुड़कर देखा उसके बाद वे सब वापस उस छोटे से लड़के के पास दौड़ते हुए पहुंचे।

20+ Short Moral Stories For Kids In Hindi 2023

डाउंस सिंड्रोम से पीड़ित एक लड़की ने झुककर उस छोटे लड़के को चूमा और कहा, “इससे यह ठीक हो जाएगा।”उसके बाद उन सबने उस छोटे लड़के को उठाया और फिर सभी नौ लोग एक दूसरे के हाथ को पकड़ते हुए एक साथ फिनिश लाइन तक चले गए।

यह देख कर स्टेडियम में सभी खड़े थे और कई मिनट तक उन सभी के लिए जयकारे लगाते रहे। उनमें से कोई एक अगर चाहता तो अकेले ही फिनिशिंग लाइन को पर कर सकता था, पर वे सभी लोग जानते थे की अपाहिज होना कितनी दुर्भाग्य की बात है। इसीलिए उन सब लोगों ने मिल कर उस छोटे लड़के की मदद किया।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की हमे इस छोटी सी जीवन हर एक इंसान या जानवर की हर सम्भव मदद करनी चाहिए।

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7. मेरा सबसे अच्छा दोस्त : (Hindi Moral Stories With Pictures Pdf)

एक बार की बात है, दो मित्र एक रेगिस्तान में टहल रहे थे। यात्रा के दौरान किसी बिंदु पर, उनके बीच किसी बात को लेकर बहस हुई और एक दोस्त ने दूसरे के चेहरे पर थप्पड़ मार दिया। जिसे थप्पड़ पड़ा उसे चोट लग गयी।

जो दोस्त थप्पड़ खाया था उसने कुछ नहीं कहा, लेकिन उसने रेत में लिखा, “आज मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने मुझे थप्पड़ मारा”। उसके बाद वे तब तक चलते रहे जब तक कि उन्हें पानी का ढेर नहीं मिल गया, कुछ समय बाद उन्हें पानी का ढेर मिल गया जहाँ उन्होंने नहाने का फैसला किया।

अचानक जिसे थप्पड़ मारा गया था वह कीचड़ में फंस गया और डूबने लगा, दूसरे दोस्त ने बिना हिचकिचाए उसे बचा लिया।

डूबने से होश में आने के बाद, उसने एक पत्थर पर लिखा, “आज मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने मेरी जान बचाई”। जिस दोस्त ने अपने सबसे अच्छे दोस्त को थप्पड़ मारा था और उसे बचाया था, उसने उससे पूछा, “जब मैंने तुम्हें थप्पड़ मारा था, तब तुमने इसे रेत में लिखा था और अब तुमने इसे एक पत्थर पर लिखा है, क्यों?

दूसरे मित्र ने उत्तर दिया, “जब कोई हमें दु:ख देता है तो हमें उसे रेत पर लिख देना चाहिए जहाँ क्षमा की हवा उसे मिटा सके। लेकिन, जब कोई हमारे लिए कुछ अच्छा करता है, तो हमें उसे एक पत्थर पर लिख लेना चाहिए ताकि कोई हवा उसे कभी मिटा न सके।”

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की हमें सामने वाले की अच्छाइयां पर ध्यान देना चाहिए। चाहे वो आपके दुश्मन ही क्यों न हो, आप उससे भी कुछ न कुछ सीख सकते है।

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8. बाड़ में एक छेद : (Hindi Moral Stories With Pictures Pdf)

एक बार एक छोटा लड़का था जिसका मिजाज बहुत खराब हुआ करता था। एक दिन उसके खराब मिजाज को उसके पिताजी ने ठीक करने का सोचा और उन्होंनेे उसे कीलों का एक थैला थमा दिया और उससे कहा कि हर बार जब वह गुस्से की वजह से अपना आपा खो दे, तो उसे बाड़ के पिछले हिस्से में एक कील ठोंक दे।

इसका पालन करते हुए पहले ही दिन जितनी बार उसको गुस्सा आया था उसने लगातार कील ठोकता गया और नतीजा ऐसा था की उसने पहले ही दिन बाड़े में 37 कील ठोक ली थी।

इसी तरह चलता रहा और अगले कुछ हफ्तों में, जैसे-जैसे उसने अपने क्रोध को नियंत्रित करना सीखा, प्रतिदिन ठोंकी जाने वाली कीलों की संख्या धीरे-धीरे कम होती गई। धीरे धीरे उसे यह अहसास हुआ की बाड़ में कीलें ठोंकने की अपेक्षा अपने क्रोध पर काबू पाना उसके लिए आसान है

अंततः में वह दिन आया जब लड़के ने क्रोध की वजह से अपना आपा बिल्कुल नहीं खोया। उसने अपने पिता को इसके बारे में बताया और पिता ने सुझाव दिया कि लड़का अब हर दिन एक एक कील बाड़े से निकाल ले।

ऐसे ही दिन बीतते गए और एक दिन फिर आके लड़के ने आपने पिता को बता या ही सारे कील निकाल लिए गए है। अब पिता ने मुस्कुरा कर अपने बेटे का हाथ पकड़ा और उसे बाड़े तक ले गए। किलों को लगाने और निकलने के वजह से बाद में एक बड़ा सा छेद हो चुका था।

उस बच्चे को दिखाते हुए पिता जी ने पुत्र से कहा, “तुमने अच्छा किया, मेरे बेटे, लेकिन देखो बाड़ में छेद हो गया है। इसी तरह जब आप गुस्सा करते हैं तो गुस्से में आपके मुख से जो कड़वे वचन निकलते है we लोगों के दिल में छेद यानी गहरा घाओ कर देते हैं।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की गुस्सा कभी की किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता, उल्टा वो सभी को अपने कड़वाहट से मानसिक रूप से चोट पहुंचाता है।

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9. अपने ही गलतियों से सबक : (Hindi Moral Stories With Pictures Pdf)

आप सभी लोग थॉमस एडिसन जी का नाम तो सुना ही होगा, जिन्होंने इलेक्ट्री बल्ब का उद्भावन किया था। जब वे प्रकाश बल्ब को रौशनी देने वाले फिलामेंट की खोज कर रहे थे, तब उसके लिए उन्होंने लगभग दो हजार अलग अलग सामग्रियों का प्रयोग किया।

जब वो दो हजार तरीके अपनाने के बाद भी बल्ब नहीं जला था, तो उनके सहायक ने हताश हो कर कहा की, “हमारा सारा काम व्यर्थ है। हमने कुछ नहीं सीखा है।”

पर वैज्ञानिक जी ने बहुत आत्मविश्वास से उत्तर दिया, “हम एक लंबा सफर तय कर चुके हैं और हमने बहुत कुछ सीखा है। अब हम जानते हैं कि दो हजार ऐसे तत्व हैं जिनका उपयोग हम एक अच्छा प्रकाश बल्ब बनाने के लिए नहीं कर सकते हैं।”

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की हमेशा अपने गलतियों से कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए, तभी आप अपने सफलता की और अग्रसर हो सकेंगे।

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10. एक यात्री और बिना फल वाला पेड़ : (Short Moral Stories In Hindi) –

यह काहानी ग्रीस देश की है, जहां एक तप तपाती हुई गर्मी के दिन दो आदमी एक साथ कहीं पर सफर कर रहे थे। सुबह का समय हुआ था, पर जैसे जैसे समय बीतता गया वैसे वैसे मौसम और भी गर्म होता गया।

इसीलिए पास में ही उन्होंने एक बड़े बिना फल वाले पेड़ को देखकर, वहां उसकी छाया में कुछदेर आराम करने का फैसला करते है और जमीन पर लेट जाते है।

जमीन पर लेते हुए और शाखाओं की ओर देखते हुए एक व्यक्ति ने दूसरे व्यक्ति से कहा: “यह कितना बेकार पेड़ है। उसके पास फल नहीं है जिसे हम खा सकें और ऐसे देख के लग रहा है की हम इसकी लकड़ी का भी उपयोग किसी चीज़ के लिए नहीं कर सकते हैं।”

फिर अचानक पेड़ के तरफ से एक आवाज आता है और कहता है की “इतना खुदगर्ज मत बनो,” क्या मैं इस क्षण आपके लिए बेहद उपयोगी नहीं हो रहा हूं, आपको इस तेज धूप से बचा कर!और तुम मुझे उपयोगी नहीं बोल रहे हो!”

इतना सुनते ही उन दोनो व्यक्तियों की बोलती बंद हो गया और वे समझ पाए की नही पेड़ सिर्फ फलों से नहीं बल्कि लाखो तरह से हरवक्त हमारे मदद करते रहते है।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमे सिखाती है की, ईश्वर की सभी उत्पत्ति का एक सही उद्देश्य है।

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11. अंगूर खट्टे है : (Short Moral Stories In Hindi)-

एक बार एक लोमड़ी जंगल में दोपहर के समय टहल रही थी। उसने अंगूर के पेड़ पर अंगूरों का एक गुच्छा देखा और उसे तोड़ने की कोशिश की उसने बहुत प्रयत्न किये, वह एक कदम पीछे हटी और अंगूर की ओर कूदी लेकिन उसे अंगूर नहीं मिला।

लोमड़ी ने कई बार कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुई। अंत में जब अंगूर का स्वाद नहीं चख सकी तो लोमड़ी कहती है कि “वैसे भी अंगूर खट्टे हैं खाने का कोई मतलब नहीं है” यह कहकर और वहां से चली जाती है।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी एक सीख देती है कि “हम आसानी से उन चीजों का तिरस्कार कर देते हैं जो हमें नहीं मिलती है”।

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12. दो दोस्त और भालू : (Short Moral Stories In Hindi)-

एक बार, दो दोस्त थे सूरज और श्यामू वे छुट्टी मनाने जंगल में गए थे कि अचानक एक भालू आया और वे घबरा गए। सूरज जो पेड़ों पर चढ़ने के बारे में सब कुछ जानता था, भागकर पेड़ पर चढ़ गया और श्यामू के बारे में नहीं सोचा।

श्यामू अपने दिमाग का उपयोग करता है और अपनी सांस रोक कर जमीन पर लेट जाता है, भालू ने उसे सूंघा और सोचा कि वह मर गया है। सूरज ने श्यामू से पूछा कि भालू ने उसके कान में क्या फुसफुसाया तो श्यामू व्यंग करते हु कहता है कि “तुम जैसे दोस्तों से दूर रहो”।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी एक सीख देती है मुस्किल के व्यक्त पे कौन अपना और कौन पराया ये अच्छी तरह से समझ आ जाता है।

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13. मूर्ख गधा : (Short Moral Stories In Hindi) –

एक गांव पे एक बयारी रहता था जो नामक का व्यवसाय करता था। वो हरदिन नामक का एक बड़ा थैली शहर ले जा कर बेचता और उससे जो पैसे मिलता उससे आपने परिवार को चलाता था। उसके पास एक गढ़ा भी था जो की उसके नामक की थैली को शहर अपने पीठ पर रख कर ली जाता करता था।

एक बार की बात है, व्यापारी नाम का थैला लेके शहर की और निकल पड़ता है। उनके रास्ते पे एक नदी पड़ता है जिसपे एक संकरा पुल होता है। अब व्यापारी के साथ जब गधा उस पुल को पार कर रहा होता है, तब अचानक से उसका पैर फिसल जाता है और वो नदी पैन नामक के थैली के साथ गिर जाता है।

जब व्यापारी उसको पानी से उठाता है तो पानी मैं गिरने के वजह से बोहोत सारा नामक पानी मैं घुल जाता है और गधे को थैला बोहोत हल्का लगता है और वो मन ही मन खुश हो जाता है।

अब जब अगले दिन व्यापारी फिर से उस नदी को पार होते है तो गधा जानबूझ कर अपना पैर फिसलने का बहाना करके पानी मैं गिर जाता है और उसके पीठ का वजन फिर से हल्का हो जाता है। ऐसे लगाता वो गधा जान बूझ कर दूसरे दिन फिर तीसरे दिन करने लगता है।

अब बार बार उसी जगह पर यही सब बार बार होते देख व्यापारी गधे की चालाकी समझ जाता है और अगले दिन उसके थैली में कपास लाद देता है।

अब जब फिर नदी के पास पहुंच कर गधा जान बूझ कर नदी पे गिर जाता है, तब कपास नदी पानी सोख लेती है और पानी मैं से निकलने के बाद वो पहले से ज्यादा भरी हो जाता है। अब गधे को बोहोत ज्यादा तकलीफ होती है और वो वही गलती फिर कभी नही दोहराता है।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमें सिखाती है कि, चालाकी हमेशा सब परिस्थिति में सही नही होता है, कभी कभी ज्यादा चालाकी खुद पर ही भारी हो जाता है।

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14. एक बुद्धिमान व्यक्ति (Short Moral Stories In Hindi)-

कही दूर हिमालय के पहाड़ियों मैं बसे एक छोटी से गांव मैं एक ज्ञानी बाबा रहते थे। लोग कहते थे की उन्होंने बोहोत सालों तक तपस्या करके काफी सिद्धि हासिल की हुई है, और वो लोगों की हर समस्याओं का उचित समाधान भी से देते है। जिससे उनके पर हरदीन काफी लोग अपने समस्याओं की समाधान लेने आते थे।

उनमें से कुछ गांव के लोग अपनी एक ही समस्याओं को लेके काफी दिनों से आया करते थे। जब साधुजी ने उनकी साया को सुनते और उन्हें वापस भेज देते थे, यह कह कर की यह समस्या अपने आप ही ठीक हो जायेगा। आप लोग अपने दूसरे काम पे ध्यान दीजिए।

जब वो लोग बार बार उसी समस्या को लेकर उनके पास आने लगे तो साधु जी ने एक बार उन सभी लोगों को बिठा कर एक चुटकुला सुनाई। तो वो सब अपने समस्या को भूल कर उस चुटकुले पे हस पड़े। जब उनको वो चुटकुला दूसरी वार सुनाई गई तो कुछ लोग ही हसे और तीसरी बार कोई हसा ही नही।

तब उस साधु व्यक्ति ने कहा कि “जब तुम एक ही चुटकुला पर बार-बार नहीं हंस सकते तो एक ही समस्या पर बार-बार क्यों रोते हो।”

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमारे जीवन, खुशी और अवसाद के प्रति एक बहुत बड़ी नैतिकता सिखाती है “एक ही समस्या के लिए चिंता करने से इसका समाधान नहीं होगा बल्कि यह सिर्फ आपकी ऊर्जा और समय बर्बाद करता है”।

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15. एक अच्छे दोस्त का महत्व (Short Moral Stories In Hindi)

राम गर्मी की छुट्टी में अपनी नानीमाँ  के घर जाता है। वहां राम को खूब मजा आता है , क्योंकि नानी के एक बोहोत बड़ा आम का बगीचा है। वहां राम ढेर सारे आम खाता है और खूब खेलता है। वहाँ पर उसके पांच दोस्त भी हैं, पर वह उन्हें काभी आम नहीं खिलाता है।

एक  दिन की बात है, राम को खेलते खेलते चोट लग गई। राम के दोस्तों ने वेद  को उठाकर घर पहुंचाया और उसकी मम्मी से उसके चोट लगने की बात बताई, इस पर राम को मालिश किया गया।

मम्मी ने उन दोस्तों को धन्यवाद किया और उन्हें ढेर सारे आम खिलाएं। राम जब ठीक हुआ तो उसे दोस्त का महत्व समझ में आ गया था। अब वह उनके साथ खेलता और खूब आम खाता था।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमें सिखाती है कि, दोस्त सुख-दुःख के साथी होते है। उनसे प्यार करना चाहिए और कोई बात छुपाना नहीं चाहिए।

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16. स्वयं का नुकसान (Hindi Moral Stories With Pictures Pdf)

शहर में एक छोटी सी दुकान थी जिसमें कुछ चिप्स, पापड़, टॉफी, बिस्किट आदि की बिक्री होती थी। यह दुकान रफ़ीक़ मियां की थी। इनकी हालात सभी लोगों को मालूम थी , इसलिए ना चाहते हुए भी आस पड़ोस के लोग कुछ ऐसा सामान ले लिया करते थे। जिससे रफ़ीक़ मियां की कुछ कमाई हो जाए।

दुकान में चूहों ने भी अपना डेरा जमा लिया था। दुकान में एक से बढ़कर एक शरारती चूहे आ गए थे।इन चूहों ने टॉफी और बिस्किट को नुकसान पहुंचाना चालू कर दिया था। रफ़ीक़ काफी परेशान हो गया था क्यूँ की उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह इस शरारत से कैसे बचे।

एक दिन की बात है, रफ़ीक़ बैठा हुआ था तीन – चार चूहे आपस में लड़ रहे थे। रफ़ीक़ को गुस्सा आया उसने एक डंडा उन चूहों की ओर जोर से चलाया। चूहे उछल कर भाग गए, किंतु वह डंडा इतना तेज चलाया गया था कि टॉफी रखने वाली शीशे की जार टूट गई। ऐसा करने से और भी बड़ा नुकसान हो गया।

सीख – Moral

यह छोटी सी नैतिक कहानी हमें सिखाती है कि, क्रोध में किसी प्रकार का कार्य नहीं करना चाहिए, यह स्वयं के लिए नुकसानदेह होता है।

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